Health Tips: जानिये क्या होता यूटेरस कैंसर ? जिससे राखी सावंत के जूझने की है खबर, इन लक्षणों से मिलते हैं इस जानलेवा बीमारी के संकेत

Rakhi Sawant Health Update: राखी सावंत को 15 मई को हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया. उनको सीने में दर्द की शिकायत थी. राखी की हॉस्पिटल के बेड पर लेटे हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं. इसके बाद राखी के फैंस चिंता में आ गए थे और जानना चाहते थे कि आखिर उन्हें क्या हुआ. अब राखी के पूर्व पति रितेश ने राखी का हेल्थ अपडेट दिया है. राखी की किडनी और हार्ट में प्रॉब्लम है राखी की बीमारी को लेकर रितेश ने कहा, 'डॉक्टर के मुताबिक, राखी के पेट में सूजन है। किडनी भी खराब हुई है और उन्हें हार्ट प्रॉब्लम भी है। डॉक्टर्स ने टेस्ट किए हैं, लेकिन सभी टेस्ट की रिपोर्ट्स अब तक नहीं आई हैं। सोनोग्राफी की रिपोर्ट आ गई है, जिसमें ट्यूमर काफी बड़ा दिख रहा है। ये ट्यूमर कैंसर ग्रस्त है या नहीं, डॉक्टर अब इसकी जांच कर रहे हैं। कुल मिलाकर, सिचुएशन सही नहीं है।'

रितेश ने कहा, '2-3 दिन से राखी सीने में दर्द की शिकायत कर रही थीं. हमनें इसे इग्नोर किया और सोचा शायद ये डिहाइड्रेशन की वजह से है. हालांकि, दर्द लगातार रहा और फिर वो बोलने लगीं कि उका बायां हाथ दर्द कर रहा है. उन्हें चलने में भी दिक्कत हो रही थी. फिर उन्होंने अचानक अपना सीना टाइट से पकड़ा और गाड़ी में लेट गई. हमने उन्हें तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती करवाया.'रितेश ने कहा, 'राखी के कई टेस्ट हुए और डॉक्टर्स ने बताया कि राखी के यूट्रस में ट्यूमर है.

डॉक्टर्स को शक है कि कैंसर हो सकता है. राखी की मां को भी कैंसर था. अभी डॉक्टर्स जांच कर रहे हैं. शुरू में राखी ठीक थी. हमसे बात कर रही थी. लेकिन रात तक उसे फिर दर्द होने लगा. वो पूरी रात परेशान थीं. डॉक्टर्स ने उसे दवाईयां दी. वो अभी पूरी तरह स्टेबल नहीं है.'रितेश ने ये भी कहा कि हमने राखी को सीने में दर्द की वजह से एडमिट करवाया था. लेकिन जांच के दौरान हमें और भी बहुत कुछ पता चला. डॉक्टर्स ने एंजियोग्राफी सजेस्ट की है. इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स महिलाओं को 30 साल के बाद एचपीवी की जांच नियमित रूप से करवाने की सलाह देते हैं. बता दें कि कैंसर से बचाव के लिए बनाया गया टीका लगवाने से भी इस से काफी हद तक बचा जा सकता है.

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक बीते कुछ समय में महिलाओं में ये समस्या तेजी से बढ‍ती दिख रही है. रिपोर्ट्स में ये दावा किया जाता है कि भारत में कुल कैंसर मरीजों का एक तिहाई हिस्सा गर्भाशय के कैंसर से पीड़ित है. 30 से 45 साल की उम्र की महिलाओं में इसका खतरा ज्यादा होता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह बीमारी एचपीवी (ह्यूमन पौपीलोमा वायरस) से फैलती है और अगर सही समय पर सही इलाज से इस वायरस को खत्म न किया जाए तो यह गर्भाशय के कैंसर का कारण भी बन सकता है।

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसके पीछे का बिल्कुल सही कारण क्या है ये पता लगाना मुश्किल है. लेकिन, कई मामलों माहवारी के समय होने वाला इंफेक्शन इसका कारण बनता है. अक्सर महिलाएं इस समय साफ सफाई का ध्यान नहीं रखती हैं. इसके अलावा सैनटरी पैड का प्रयोग बढ़ा है लेकिन एक ही पैड का लंबे समय तक इस्तेमाल भी खतरनाक हो सकता है. वहीं कुछ दवाओं का नियमित इस्तेमाल भी इसका एक कारण हो सकता है.

जान लें इसके लक्षण

  • पेट में दर्द
  • थकान और कमजोरी होना
  • पीठ के निचले हिस्से में लगातार दर्द
  • मोनोपाज के बाद अचानक ब्लीडिंग होना
  • यूरिन के साथ खून आने की समस्या
  • यूरिन पर बिल्कुल नियंत्रण न कर पाना
  • मल त्याग के समय दर्द
HPBL Desk
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