आखिर कौन है पूजा खेडकर, जिसे चाहिए वीआईपी ट्रीटमंट विथ ऑडी

मुंबई। महाराष्ट्र कैडर की ट्रिनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर अपने आचरण के कारण सुर्खियों में हैं। ट्रिनी आईएएस पूजा खेडकर पुणे में तैनात थीं। प्रशिक्षण पूरा होने से पहले ही उनका तबादला मध्य महाराष्ट्र के वाशिम जिले में कर दिया गया है। यह कार्रवाई पुणे कलेक्टर डॉ. सुहास दिवासे के पत्र के जवाब में पूजा खेडकर द्वारा वीवीआईपी दौरे की मांग के बाद की गई।

पूजा खेडकर का तबादला

पूजा खेडकर के तबादला निर्देश में कहा गया है कि 2023 बैच की आईएएस ट्रिनी पूजा खेडकर को उनके प्रशिक्षण की शेष अवधि पूरी करने के लिए वाशिम स्थानांतरित किया गया है। आईएएस पूजा खेडकर 30 जुलाई 2025 तक वहां सहायक कलेक्टर (सुपर न्यूमेरेरी) के रूप में काम करेंगी।

पुणे कलेक्टर के शिकायत पर कार्रवाई

दरअसल, 32 वर्षीय ट्रिनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर मसूरी से प्रशिक्षण के बाद पुणे में सहायक कलेक्टर के पद पर तैनात थीं। पूजा खेडकर ने जिला कलेक्टर कार्यालय से वीवीआईपी ट्रीटमेंट की मांग शुरू कर दी, जो एक ट्रिनी अधिकारी को नहीं दिया जाता है। इससे परेशान होकर पुणे कलेक्टर डॉ. सुहास दिवासे ने मंत्रालय के मुख्य सचिव को रिपोर्ट की। जिसके बाद पूजा खेडकर का तबादला कर दिया गया।

वीआईपी मांग की पूजा खेडकर ने

कलेक्टर डॉ. सुहास दिवासे ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि ट्रिनी आईएएस पूजा खेडकर व्हाट्सएप पर संदेश भेजकर ड्यूटी में शामिल होने से पहले एक अलग बैठने की व्यवस्था, सरकारी वाहन, लाल बत्ती, नेम प्लेट, आवास और कांस्टेबल जैसी विशेष सुविधाओं की मांग कर रही थीं। बता दें कि परिवीक्षाधीन सहायक कलेक्टर को ये सुविधाएं प्रदान करना नियमों के अनुरूप नहीं है। इस संबंध में पूजा खेडकर के पिता, दिलीप खेडकर, जो एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी ने भी विशेष सुविधाओं के लिए दबाव डाला।

अपर कलेक्टर के चेंबर पर कब्ज़ा किया

रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर ने पुणे के डिप्टी कलेक्टर अजय मोरे के चैंबर पर कब्ज़ा कर लिया। 18 से 20 जून के बीच डिप्टी कलेक्टर अजय मोरे सरकारी काम से मुंबई गए थे। इस दौरान पूजा खेडकर ने कुर्सी, सोफा, टेबल समेत सभी फर्नीचर हटा दिए और चैंबर पर कब्ज़ा कर लिया। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने पुराने ऑफिस पर अपने नाम का बोर्ड भी लगा दिया।

पूजा खेडकर कौन है ?

2023 बैच की ट्रिनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर ने यूपीएससी परीक्षा में अखिल भारतीय रैंक 821 हासिल की है। उनके पिता दिलीप खेडकर एक पूर्व आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने राज्य प्रदूषण विभाग के आयुक्त के रूप में कार्य किया है। पूजा खेडकर की मां डॉ मनोरमा खेडकर भालगांव की निर्वाचित ग्राम प्रधान हैं। पूजा खेडकर ने दृष्टिबाधित श्रेणी में यूपीएससी परीक्षा पास की। उन्होंने विकलांग होने का दावा करते हुए विकलांगता प्रमाण पत्र जमा करते हुए कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन विभाग में एक याचिका भी दायर की। उसने मानसिक रूप से बीमार होने का दावा किया। पूजा पर आईएएस में शामिल होने के लिए कथित रूप से फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र बनाने के आरोप लगाए गए हैं। आईएएस पूजा खेडकर की विकलांगता का मामला भी सुर्खियों में रहा है।

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