Heatwave: देश के कई इलाकों में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है. इस कारण लू भी चल रही है. जिससे लोगों को कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं. खासतौर पर छोटे बच्चों को अगर लू लग जाए तो उनकी सेहत बिगड़ सकती है. इसको देखते हुए बच्चों की सेहत का खास ध्यान रखना चाहिए. डॉक्टरों के मुताबिक, लू लगने के तुरंत बाद इसके लक्षण शरीर में दिखाई देने लगते हैं, जिसकी समय पर पहचान करके हालत बिगड़ने से बचाई जा सकती है. लेकिन अगर समय पर इसका ट्रीटमेंट नहीं किया तो दिमाग, मांसपेशियों और हार्ट तक इसका असर पड़ सकता है.
अगर हीटवेव का असर दिमाग तक हो जाए तो इससे जान भी जा सकती है. साथ ही शरीर के किसी दूसरे अंग को भी नुकसान हो सकता है. ऐसे में इस समय बच्चों की देखभाल जरूरी है. आइए जानते हैं कि लू लगने के क्या लक्षण होते हैं और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है।

लू लगने पर दिखते हैं ये लक्षण

  • बॉडी का तापमान बढ़ना
  • हार्ट बीट अचानक बढ़ना
  • सिर में बहुत तेज दर्द
  • चक्कर आना
  • थकावट और कमजोरी
  • उल्टी आना
  • हाथ और पैरों में ऐंठन
  • बचाव कैसे करें

लू लगने से मौत का भी खतरा

  • दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल के पूर्व रेजिडेंट डॉ. मनीष जांगड़ा बताते हैं कि हर साल इस मौसम में लू लगना यानी हीट वेव के मरीज आते हैं. अगर समय पर इलाज न मिले तो ये एक खतरनाक स्थिति बन जाती है. बच्चों और बुजुर्गों पर इसका ज्यादा असर देखा जाता है. ऐसे में इससे बचाव जरूरी है
  • ये कुछ टिप्स फॉलो कर सकते हैं
  • शरीर में पानी की कमी न होने दें
  • बच्चों को स्कूल के लिए बोटल दें कम से कम 1 लीटर पानी वाली होनी चाहिए
  • सीजनल ड्रिंक्स जैसे नारियल पानी और नींबू पानी दे सकते हैं
  • बच्चों के सिर को कवर करके रखें और दोपहर के समय स्कूल से आते समय छाता साथ रखें
  • हीटवेव का कोई भी लक्षण दिखने पर खुद से दवा न दें बल्कि डॉक्टरों से सलाह लें
  • गर्मियों का मौसम आते ही लू का खतरा भी बढ़ जाता है. यह समस्या हर उम्र के व्यक्ति को चपेट में ले सकती है. लू लगने से बच्चों में डिहाइड्रेशन, थकान, चक्कर आना और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं. बच्चों को लू से बचाने के लिए माता-पिता को उनकी देखभाल में विशेष ध्यान देना जरूरी है.
  • तरबूज
  • तरबूज में 90% पानी होता है, जो बच्चों को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है. तरबूज में विटामिन A और C भी होता है, जो बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है.
  • खीरा
  • खीरा भी एक पानी युक्त फल है, जो बच्चों को लू से बचाने में मदद करता है. खीरा में पोटेशियम भी होता है, जो बच्चों के शरीर में इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है.
  • दही
  • दही एक अच्छा प्रोबायोटिक है, जो बच्चों के पेट को स्वस्थ रखने में मदद करता है. दही प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा स्रोत होता है, जो बच्चों के विकास के लिए जरूरी है.
  • नींबू पानी
  • नींबू पानी में विटामिन C होता है, जो बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है. नींबू पानी में एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो बच्चों को बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं.

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