रांची: सीनियर सीटिजन को रेलवे में मिलने वाली रियायत फिर से शुरू हो सकती है। सब कुछ ठीक रहा तो दिसंबर को सीनियर सिटीजन और पत्रकारों को दी जाने वाली रेलवे की रियायत बहाल हो जायेगी। कोरोना काल से ही सीनियर सिटीजन को रेल टिकटों में मिलने वाली रियायत बंद है। कई दफा इसे लेकर मांग की की गयी, लेकिन सरकार ने इस दिशा में कदम नहीं बढ़ाया है। वरिष्ठ महिला और पुरुषों के साथ साथ पत्रकारों के लिए भी ट्रेनों में पहले की तरह छूट की व्यवस्था बहाल हो सकती है।

ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने ये संकते दिये हैं। एआइआरएफ महामंत्री ने कहा कि अब पुरानी पेंशन स्कीम लाने के लिए 17 नवंबर को बैठक बुलाई गई है, जिसमें दूसरे संगठनों को भी न्योता दिया गया है। बैठक में सामूहिक संघर्ष की रणनीति तय होगी। पुरानी पेंशन स्कीम राजनीतिक मुद्दा बन गया है। उन्होंैने कहा कि ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के पुरी में होने वाले अधिवेशन में पुरानी पेंशन स्कीम समेत अन्य सभी मुद्दों पर बातचीत होगी।

एआइआरएफ महामंत्री ने ट्रेड यूनियन के चुनाव को लेकर जारी शर्त पर भी सवाल उठाया। कहा कि दो सौ वोट लाकर भी सांसद और विधायक बन सकते हैं, लेकिन ट्रेड यूनियन के चुनाव के लिए 51 फीसद वोट लाने की बाध्यता तय की गई है, जिससे सरकार की मंशा साफ है कि ट्रेड यूनियन का अस्तित्व समाप्त करने की कोशिश की जा रही है। मौके पर सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष डीके पांडेय, जियाउद्दीन, एनके खवास, एनजे सुभाष समेत अन्य थे।

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