गिड़गिड़ाता रहा पिता, प्रेमी के साथ बेटी लेती रही सात फेरे, पुलिस देखती रह गयी तमाशा, जानिये पूरा मामला
लखनऊ। यूपी के औरैया जिले के दिबियापुर थाना के गेट समीप बने मंदिर में युवती ने पिता का हाथ छुड़ाकर प्रेमी से शादी कर ली। आंखों के सामने फेरे ले रहे बेटी की शादी के लिए पिता पुलिस के सामने गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन दोनों की जिद के आगे किसी की न चली। लड़का और लड़की के बालिग होने को देखते हुए पुलिस ने भी उनकी मदद की। थाने के मंदिर में ही शादी का मंडप बना। जयमाला हुआ, फेरे हुए। पिता को बेटी की शादी की खबर मिली तो भागा आया। शादी रुकवाने की कोशिश की।
बेबस पिता की एक न चली। पीड़ित पिता ने पुलिस को खूब खरी-खोटी सुनाई। वहीं, शादी के बाद लड़का-लड़की वहां से आराम से चले गए। थाने में मौजूद लोगों ने इस दौरान नवदंपति को आशीर्वाद दिया। यूपी के औरैया जिले के दिबियापुर थाने में उस समय अफरा- तफरी का माहौल हो गया, जब एक प्रेमी युगल ने थाने में पहुंचकर पुलिस को मर्जी से शादी करने का एक प्रार्थना पत्र दिया। थाने के प्रांगण में बने मंदिर में शादी की रस्में अदा करने लगे। मंत्र पढ़ने के लिए आचार्य को भी साथ में लेकर आए। सूचना पर लड़की का पिता मौके पर आ गया और बेटी से घर चलने की मिन्नतें करने लगा। बेटी लाख मिन्नतों के बाद भी नहीं मानी। आचार्य की ओर से दोनों के फेरे करवाए गए। एक- दूसरे को जयमाला पहनवाई। वहां पर मौजूद लोगों ने नवयुगल जोड़े को आशीर्वाद भी दिया।
दरअसल यह पूरा मामला दिबियापुर कस्बे के संजय नगर का हैं जहां के रहने वाले शबनम और नितिन पिछले कई सालों से एक दूसरे से प्रेम करते थे और दोनों शादी करना चाहते थे. हालांकि बिरादरी एक न होने की वजह से लड़की के घर वाले इस शादी के खिलाफ थे लेकिन शबनम और नितिन ने घर वालों के इस फैसले की दरकिनार कर भाग कर शादी करने का फैसला किया और दोनों ने थाने के अंदर बने मंदिर में पंडित को बुलाकर शादी की. इस बात की खबर जैसे ही लड़की के पिता को लगी तो वह वहीं थाने में पंहुचा और फेरे ले रही बेटी को अपने साथ ले जाने की कोशिश करने लगा. हालांकि वह मना करने लगी तो हंगामा देख और लोग भी आ गए और लड़की के मना करने पर पिता को अलग किया और शादी करवाई।
इस दौरान पिता गिड़गिड़ाता रहा लेकिन किसी ने कुछ नहीं सुना. इस बीच सबसे खास बात ये है कि थाने के अंदर चले इस पूरे ड्रामे की खबर पुलिस को भी नहीं लगी. बहराल शबनम और नितिन दोनों ही इस शादी से खुश हैं और दोनों ने एक दूसरे की मर्जी से शादी की है. शबनम यादव ने बताया कि उसके पिता इस शादी के खिलाफ थे इस वजह से उसने यह शादी मंदिर में की है।