महंगी गाड़ी…सिक्युरिटी गार्ड….गनर, फर्जी PMO के ठाठ देखकर पुलिस भी रह गयी हक्की-बक्की, धौंस दिखाकर लोगों से वसूल चुका था लाखों, कई अफसर भी आते थे मिलने

लखनऊ। यूपी पुलिस ने एक फर्जी पीएमओ अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह खुद को पीएमओ अफसर बताकर ना सिर्फ वो रौब झाड़ता था, बल्कि वसूली भी करता था। हैरानी की बात यह है कि आरोपी किराए के महंगे फ्लैट में रहता था। साथ ही उसके पास गनर और सुरक्षा गार्ड भी था। आरोपी फर्जी पीएमओ अधिकारी वाराणसी का रहने वाला है। टीम उसे एसटीएफ मुख्यालय ले गई। देर रात तक आरोपी से पूछताछ की जा रही थी।

एसटीएफ को पूछताछ में अभिषेक ने बताया कि वो फर्जी पीएमओ अधिकारी बनकर लोगों से वसूली करता था. जांच में एसटीएफ यह भी पता चला है कि कानपुर में कई अधिकारी अभिषेक सिंह के पास आते-जाते थे. उसके यहां पुलिस की गाड़ियां भी आती-जाती थी। पुलिस अब इस मामले में आगे की जांच कर रही है. जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

आरोपी के पकड़े जाने के बाद एसटीएफ की टीमों ने उसके वाराणसी और कानपुर के ठिकानों पर भी छापा मारा। यह मामला कानपुर के बिठूर इलाके का है. यहां के पायनियर ग्रीन सिटी के फ्लैट में रहने वाला अभिषेक सिंह खुद को पीएमओ अधिकारी बताता था. उसने ग्रीन सिटी के बिल्डर निखिल शर्मा से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी. साथ ही 20 लाख रुपये न मिलने पर निखिल को झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी. आरोपी ने कहा वो जिस भी डीएम या एसपी से कहेगा, वो उसे जेल भेज देगा।

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आरोपी की धमकी से डरकर निखिल कई बार उसे रुपये दे चुका था. लेकिन इस बार जब उसने फिर रुपये मांगे तो निखिल ने बिठूर थाने में इसकी शिकायत दर्ज करा दी. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की. इसके बाद यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी विमल सिंह ने सोमवार को लखनऊ के एक होटल से अभिषेक सिंह को फर्जी कागजातों के साथ गिरफ्तार कर लिया. उसके साथ उसका ड्राइवर धर्मेंद्र यादव भी था.

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