रांची आज वर्ल्ड एड्स डे है। झारखंड के एमजीएम मेडिकल कॉलेज के ए आर टी सेंटर की एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि पिछले 2 साल से हर दिन एक नया एड्स का मरीज मिल रहा है। 1 अप्रैल 2022 से 25 नवंबर तक जमशेदपुर जिले में 361 एचआईवी पॉजिटिव मिले थे। पिछले 11 साल में 2624 एचआईवी पॉजिटिव मिले थे। अब तक जिलों में 4288 एचआईवी पॉजिटिव रजिस्टर्ड हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 में सबसे अधिक 561 मरीज मिले थे।

एचआईवी एड्स क्या है कारण

HIV पॉजिटिव पुरुष या महिला के साथ असुरक्षित यौन संबंध (SEX) से देश के कुल 86 फीसदी मरीज हैं। इसके लिए सरकार बार बार जागरूकता अभियान चलाती है।(UNSAFE SEX)

HIV संक्रमित खून चढ़ाने से होने वाले मरीज की संख्या 2.57 फीसदी है।

खून का सैंपल लेने या खून चढ़ाने में डिस्पोजेबल सिरिंज का अलग-अलग यूज़ नहीं करने या बिना स्टारलाइज किए निडिल, सिरिंज यूज करने से 1.97 फीसदी मामले आते हैं।

पॉजिटिव महिला से पैदा हुए बच्चे में या बच्चा होने के बाद मां के दूध पीने से यह वायरस भी फैलता है।

पॉजिटिव होने से लेकर एड्स मरीज होने तक का सफर

एचआईवी मरीज और एड्स मरीज होने का एक लंबा फासला होता है। MGM अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ नकुल प्रसाद चौधरी का कहना है कि एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को तब तक एड्स ग्रसित नहीं कह सकते जब तक एचआईवी वायरस व्यक्ति के शरीर पर पूरी तरह से फैल न जाए। इस पूरी प्रक्रिया में करीब 8 से 10 साल का वक्त लगता है। एचआईवी के शरीर में दाखिल होने के बाद शरीर की प्रतिरोधक क्षमता धीरे-धीरे खत्म होने लगती है और कई तरह की बीमारियां से ग्रसित हो जाती है।

सरकार एड्स से बचाव का करती है प्रचार प्रसार

एचआईवी का संक्रमण सबसे ज्यादा अनजान यौन संबंध/असुरक्षित यौन संबंध(UNKNOWN SEX/UNSAFE SEX) से आते है। सरकार की तरफ से जागरूकता अभियान और प्रचार प्रसार भी किया जाता है। इसके लिए सरकारी अस्पताल, शिविर, कैंप लगाकर सुरक्षित यौन संबंध (safe sex reletion with partner) के लिए कंडोम (CONDOM) और अन्य सामग्री का मुफ्त वितरण किया जाता है।

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