रांची। दो साल बाद इस बार देवघर का प्रसिद्ध श्रावणी मेला फिर से पूरे शवाब पर होगा। राज्य सरकार की मिली हरी झंडी के बाद जिला प्रशासन ने अपने स्तर से तैयारियां शुरू कर दी है। इस बार के श्रावणी में सबसे अहम भूमिका स्वास्थ्य विभाग की होगी। पिछले दिनों प्रधान सचिव स्तर के अधिकारी ने भी देवघर में जाकर स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लिया था। इस दौरान उपायुक्त को निर्देश दिये गये थे कि वो स्वास्थ्यकर्मियों की मुस्तैदी, दवा और अन्य चिकित्सीय सुविधा को दुरुस्त करें।

साथ में, उपायुक्त को ये भी कहा गया था कि अगर स्वास्थ्यकर्मियों की अनुपलब्धता या कमी है, तो इसकी भी सूची राज्य सरकार को उपलब्ध करायें, ताकी समय रहते सभी अनुबंध या आउटसोर्सिंग पर पारा मेडिकल व डाक्टर्स की बहाली की जा सके।

इसी महीने से शुरू होने जा रहे श्रावणी मेला को लेकर अलग-अलग जिलों से स्वास्थ्यकर्मियों को देवघर में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है। 15-15 दिनों के दो पालियों में अगल-अलग जिलों से करीब 300 पारा मेडिकल स्टाफ की श्रावणी मेला में ड्यूटी लगेगी। स्वास्थ्य निदेशालय ने अपने आदेश में कहा है कि 13 जुलाई से 12 अगस्त या मेला समाप्ति के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को श्रावणी मेला स्थल पर प्रतिनियुक्त किया जाता है।

स्वास्थ्यकर्मियों की पहली ड्यूटी 13 जुलाई से 27 जुलाई तक तक होगी, वहीं दूसरी टीम की ड्यूटी 28 जुलाई से 12 अगस्त तक या मेला समाप्ति तक ड्यूटी करेगी।

प्रतिनियुक्ति को लेकर स्वास्थ्य निदेशालय ने 4 बिंदुओं का निर्देश भी जारी किया है, जिसके तहत कोरोना नियमों का पालन किया सहित प्रतिनियुक्त कर्मियों का TA/DA का भुगतान किये जाने जैसी बातों का उल्लेख है।

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