रांची। कोरोना से निपटने के लिए हम कितने तैयार हैं, इसकी जांच कल यानी मंगलवार को पूरे प्रदेश में होगी, जिसके तहत मॉकड्रिल कर ये जांचा जाएगा कि अगर कोरोना की नई लहर आती है, तो उसका इलाज करने में हम कितने सफल होंगे, इसके लिए नाटकीय रूप से अचानक अस्पताल में कोरोना के मरीज आएंगे, उनमें संक्रमण पाए जाने पर उनका इलाज भी होगा, उन्हें ऑक्सीजन से लेकर दवाईयां तक मुहैया कराई जाएगी। मंगलवार को देश भर के अस्पतालों में कोविड 19 मामलों से निपटने के लिए और आपातकालीन प्रतिक्रिया को परखने के मकसद से एक मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया भी मॉक ड्रिल में भाग लेंगे।”इसकी मॉनिटरिंग भी आला अफसर करेंगे। जिसमें कहीं किसी प्रकार की कमी नजर आने पर उसमें सुधार किया जाएगा। इस प्रकार प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों ऐसा समझा जाएगा जैसे कोरोना की नई लहर आ गई है। उसी हिसाब से मॉकड्रिल में आनेवाले मरीजों का इलाज किया जाएगा।

कोरोना की फिर आहट के बीच सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है। वहीं स्वास्थ अमला फिर अपनी तैयारियों को मजबूत कर रहा है। हालांकि अभी प्रदेश में कोरोना के नए वेरिएंट का असर नहीं देखा गया है, लेकिन आशंकाओं के बीच बचाव और इलाज की तैयारियां शुरू हो गई हैं। पूरे प्रदेश में कल जिला अस्पतालों में मॉकड्रिल किया जाएगा। सरकार ने स्वास्थ अमला को कोरोना से निपटने के लिए तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं, इसी के तहत मॉकड्रिल किया जा रहा है। इससे पहले आज जिला अस्पताल में डॉक्टरों की एक बैठक भी होगी, जिसमें पुराने अनुभवों के आधार पर तैयारियों की समीक्षा की जाएगी।

मॉकड्रिल में उसी तरह प्रक्रिया करके देखा जाएगा, जिसे कोरोना की पहली या दूसरी लहर में वास्तविकता में अपनाया गया था। इसमें कोरोना पॉजिटिव मरीज के अस्पताल पहुंचने, उसे लाने, अस्पताल में रिसीव करने और जांच करने और तत्काल इलाज शुरू करने की प्रक्रिया की जाएगी। इसके बाद मरीज के स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया जाएगा। बाद में फॉलोअप भी देखा जाएगा।

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