रांची। कांग्रेस की लग रही है माली स्थिति ठीक नहीं है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि कांग्रेस ने भी कॉस्ट कटिंग शुरू कर दी है। पार्टी के कोषाध्यक्ष पवन कुमार बंसल द्वारा पार्टी के पदाधिकारियों और सचिवों को लिखे पत्र में उन्हें अपने निर्धारित राज्यों में रहने को कहा गया है। पदाधिकारियों को 1400 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए कोई हवाई किराया नहीं दिया जाएगा और उससे लंबी यात्रा के लिए सबसे कम हवाई किराया दिया जाएगा, जबकि महासचिव और सांसद अपना खर्च स्वयं वहन करेंगे।

कांग्रेस ने पदाधिकारियों के लिए ऐसा निर्देश उनकी चिंता बढ़ाने वाला है। दरअसल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने कहा कि पार्टी के महासचिव और प्रभारी अब फ्लाइट की जगह ट्रेन से सफर करें। उन्होंने 2018 में पार्टी के खर्चे को कम करने के लिए हुई बैठक में लिए गए फैसलों का जिक्र करते हुए कहा कि सभी सचिव 15-20 दिन अपने राज्यों में गुजारें।

उन्होंने बताया कि एआईसीसी 1400 किमी. तक का सफर ट्रेन से करने पर यात्रा का खर्च उठाएगी। इससे ज्यादा की दूरी का सफर करने पर फ्लाई का जो न्यूनतम खर्च आएगा, पार्टी उसे वहन करेगी। इसके अलावा महीने में केवल दो बार हवाई यात्रा का खर्च दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर ट्रेन का किराया फ्लाइट से ज्यादा है, तो ऐसी स्थिति में फलाइट से सफर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे महासचिव और प्रभारी जो संसद के सदस्य हैं, वे अपनी हवाई सुविधा का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कैंटीन, सैनिकटरी, इलेक्ट्रीसिटी, न्यूज पेपर, ईंधन आदि का खर्च कम किया जाए।

पत्र में कहा गया है कि कैंटीन, स्टेशनरी, बिजली, समाचारपत्र, ईंधन आदि पर होने वाले खर्च को एआईसीसी के पदाधिकारियों द्वारा स्वयं कम से कम किया जाना चाहिए। एआईसीसी के सभी महासचिव/प्रभारी, आईसीसी सचिव, फ्रंटल संगठनों के प्रमुख, विभागों/प्रकोष्ठों के प्रमुख, कैंटीन और कंप्यूटर सहायक उपकरण: एआईसीसी परिसर में स्थित महासचिव/प्रभारी, फ्रंटल प्रमुख, विभागों के प्रमुख और प्रकोष्ठ कृपया अपने स्टाफ सदस्यों में से एक को जरूरती कागजात पर हस्ताक्षर करने के लिए जिम्मेदार नामित कर सकते हैं और कोषाध्यक्ष कार्यालय में लेखा अधिकारी को एक साप्ताहिक खाता दे सकते हैं।

आगे कहा गया है कि जब कार्यालय से बाहर हों, तो कृपया बिजली बचाने के लिए बिजली के उपकरणों को बंद कर दें। यह अनुरोध किया जाता है कि पदाधिकारी और वरिष्ठ नेता कृपया सहयोग करें और देखें कि उपरोक्त दिशानिर्देशों का अनुपालन किया गया है।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की एक विस्तृत रिपोर्ट से पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी को वित्तवर्ष 2021-22 में चुनावी ट्रस्टों द्वारा सबसे अधिक चंदा प्राप्त हुआ है। विभिन्न ईटी से पार्टी द्वारा प्राप्त कुल राशि (351.50 करोड़ रुपये) सभी राजनीतिक दलों द्वारा प्राप्त कुल दान का 72.17 प्रतिशत है।

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