गिरिडीह: मारपीट मामले में आरोपियों को पकड़ने गिरिडीह जिला के देवरी स्थित गांव गयी पुलिस की टीम में शामिल एक पुलिसकर्मी की बूट से दबकर चार दिन के बच्चे की मौत मामले को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गंभीरत से लिया है. सीएम ने गिरिडीह डीसी नमन प्रियेश लकड़ा और एसपी अमित रेणु को घटना की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है. सीएम ने ट्वीट कर कार्रवाई करने के बाद उन्हें सूचित करने को भी कहा है।

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने इस मामले में सीनियर अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।

भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि वे मामले को गंभीरता से लेकर रांची से एक टीम भेज उचित जांच करायें. साथ ही, सबसे पहले प्राथमिकी दर्ज कर नवजात के हत्यारों को जेल भेजें. मरांडी ने कहा है कि मामले की जानकारी मिलने के बाद भी मौके पर मौजूद सीनियर अधिकारियों ने संज्ञान नहीं लिया. वैसे अधिकारियों को निलंबित किया जाये।

ये है मामला..

घटना बुधवार की सुबह 3.20 बजे की है. नवजात का जन्म चार दिन पहले ही हुआ था. जानकारी के मुताबिक, कोशोगोंदोदिघी निवासी भूषण पांडेय और उनके पड़ोस में रहनेवाले आकाश पांडेय के विरुद्ध न्यायालय ने गैरजमानती वारंट जारी किया है. मामला मारपीट से जुड़ा है. पुलिस वारंट लेकर गांव पहुंची थी. भूषण पांडेय के पुत्र रमेश पांडेय की पत्नी नेहा देवी के अनुसार, छापेमारी के दौरान चौकी पर सो रहा उसका बेटा पुलिसकर्मी की बूट से दब गया. जिससे उसकी मौत हो गयी।

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