रांची। झारखंड विधानसभा के लिए आज बहुत बड़ा दिन है। आज चंपई सोरेन सरकार अपना बहुमत साबित करेगी। अहम बात ये है सदन में आज पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भी मौजूदगी होगी, जो फ्लोर टेस्ट के दौरान अपना वोट देंगे। इससे पहले देर रात ही महागठबंधन के सभी विधायक रांची लौट आये हैं। चंपई सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद ही गठबंधन दल के 37 विधायक हैदराबाद चले गये थे।

जेएमएम और कांग्रेस को अपने विधायकों के टूटने का डर था, लिहाजा रिसोर्ट में सभी विधायकों को कड़ी निगरानी में रखा गया था। चंपई सोरेन को विश्वासमत साबित करने के लिए झारखंड विधानसभा का दो दिवसीय स्पेशल सत्र 5 फरवरी यानी आज बुलाया गया है, जिसको देखते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायक रविवार रात रांची पहुंच गये थे। उन्हें रांची के सर्किट हाउस में रोका जाएगा, जिसके बाद कल बस से सीधे विधानसभा लाया जाएगा।

झारखंड विधानसभा में कुल सदस्यों की संख्या 81 है, जिसमें से एक सीट रिक्त है. गांडेय विधानसभा सीट से जेएमएम के विधायक ने इस्तीफा दे दिया था। यानी कुल 80 में से 48 विधायक इंडिया ब्लॉक के हैं. जेएमएम से 29, कांग्रेस से 17 विधायक हैं। आरजेडी-सीपीएम के पास एक-एक सीटें हैं. हालांकि चंपई सोरेन ने राज्यपाल को विधायकों के समर्थन का जो पत्र सौंपा है, उस पर 43 विधायकों के ही हस्ताक्षर हैं। विपक्ष की बात करें तो बीजेपी, जेएमएम से ज्यादा पीछे नहीं है. बीजेपी 26 विधायकों के साथ विधानसभा में दूसरी बड़ी पार्टी है. आजसू के तीन, एनसीपी (अजित पवार गुट) के एक और दो निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी बीजेपी के साथ है।

बता दें कि दो फरवरी को चंपई सोरेन ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। उन्हें बहुमत सिद्ध करने के लिए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने 10 दिनों का समय दिया। इसी बीच किसी तरह की टूट की आशंका से बचने के लिए JMM-कांग्रेस के 37 विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किया गया था। सूचना है कि सात फरवरी को मुख्यमंत्री चंपई सोरेन मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...