दुमका । इंडियन बैंक प्रयोजित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान जामा, दुमका में चल रहे तीस दिवसीय सेल फोन रिपेयरिंग और सर्विस प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन बुधवार को किया गया। प्रशिक्षण में दुमका जिले कुल 31 सफल युवाओं को मुख्य अतिथि झारखण्ड राज्य ग्रामीण बैंक की शाखा प्रबंधक कुमारी पुनम एवं आरसेटी निदेशक अनिल कुमार मिश्रा के द्वारा संयुक्त रुप से प्रमाण पत्र दिया गया।
मुख्य अतिथि शाखा प्रबंधक कुमारी पुनम ने सफल प्रशिक्षुओं को अपनी शुभकामनाएं दी और स्वरोजगार आरम्भ करने की सलाह दी। साथ ही उन्होंने स्वरोजगार के महत्त्व को बताया और इसे आय का एक बेहतर माध्यम बताया। अतिथि का स्वागत करते हुए संस्थान के निदेशक अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि मोबाइल और स्मार्टफोन की संख्या प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और भारत जैसे बड़ी जनसंख्या वाले देश में मोबाइल फोन की मांग कभी कम नहीं हो सकती।
तेजी से बढ़ती जनसंख्या और घटते रोजगार के अवसर के वर्तमान दौर में स्वरोजगार योजनाएं ही सबको रोजगार देने का एकमात्र साधन है। साथ ही उन्होनें सभी प्रशिक्षणार्थियों को वित्तीय समावेशन के विभिन्न पहलुओं के महत्त्व को बतलाए । प्रशिक्षक नजरुल हसन ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को सेलफोन रिपेयरिंग और सर्विस के अलावा विभिन्न उपकरणों और उपकरणों का उपयोग कैसे करें,फोन को अलग करना और असेंबल करना , हैंडसेट के पुर्जों की जांच कैसे करें , मदरबोर्ड (पीसीबी) का विस्तृत अध्ययन,आईसी और चिप्स की व्याख्या,आईसी को कैसे बदलें, माइक्रो जंपर तकनीक, पोर्ट, कनेक्टर,और स्विच को बदलना इत्यादि बहुत से महत्त्वपूर्ण जानकारी दिए।
आरसेटी के कार्यालय सहायक अभिषेक कुमार ने बताया कि आने वाले दिनों में संस्थान में पेपर कवर इनवेलप बनाने, अगरबत्ती निर्माण, फूलों की खेती, कृषि उद्यमी आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक युवक एवं युवतियां इंडियन बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान जामा के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल प्रशिक्षुओं का अंतिम मूल्यांकन भारत सरकार द्वारा कराया गया। इस मौके पर संकाय सदस्य उत्पल कुमार लाहा ,कार्यालय सहायक अभिषेक कुमार,मनोज कुमार सिंह एव अन्य उपस्थित थे।