रांची । जिले के सदर अस्पताल में एएनएम /जीएनएम संघ और पारा चिकित्सा कर्मी संघ की बैठक संपन्न हुई।जिसमें नियमितीकरण की मांग पर एक साथ मिलकर चरण बद्ध आंदोलन के लिए सामुहिक रूप से बढ़ने का निर्णय लिया गया। मालूम हो की 15 वर्षों से भी अधिक समय से स्वास्थ्य विभाग में NHM के अंतर्गत कर्मी अल्प मानदेय पर कार्यरत हैं। सरकार द्वारा बार बार आश्वाशन मिलने के बावजूद विभाग द्वारा कोई ठोस कदम अबतक नहीं उठाया गया है।जिस कारण कर्मियों में रोष व्याप्त है।और अब कर्मी किसी बहकावे में न आकर आंदोलन के मूड में हैं।

आंदोलन की रूप रेखा

16 दिसंबर को डोरंडा स्वास्थ्य मंत्री आवास घेराव

10 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास का घेराव और मांग पूरी नहीं होने पर

11 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल एवम राजभवन के पास धरना प्रदर्शन किया जायेगा

17 जनवरी से आमरण अनशन करने का निर्णय लिया गया है।

बैठक करते अनुबंध कर्मी

ये है प्रमुख मांग

पारा मेडिकल नियुक्ति नियमावली 2018 में आंशिक सुधार करते हुए विभागीय प्रकिया के तहत नियमितीकरण करना।

मालूम हो कि विभाग में वर्ष 2006 से बिना कोई अन्य सुविधा के अनुबंध पर कर्मी काम कर रहे है। इस बढ़ती महंगाई में उनका परिवार चलाना दुभर साबित हो रहा है। बार-बार अपनी मांग पत्र सरकार और विभाग को सौंपने के बावजूद के पदाधिकारी इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा बार-बार यह घोषणा करती आ रही है की अनुबंध कर्मी को नियमित कर दिया जाएगा ,परंतु विभाग द्वारा तरह-तरह के पेंच लगाकर अनुबंध से नियमित करने की प्रक्रिया को जटिल बना दी जा रही है। जिस कारण नियमितीकरण की दिशा में अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। ऐसे में लाजमी है की कर्मी आंदोलन का रास्ता अख्तियार करें।

सर्वसम्मति से एकजुटता का परिचय देते हुए कहा की जब तक पारा मेडिकल कर्मियों का विभागीय नियमितीकरण नहीं होती है तब तक हम आंदोलनरत रहेंगे। बैठक में मुख्य रूप से मीरा कुमारी ,वीणा कुमारी, जूही, एडलिन तिर्की , धरनी कुमारी, नवीन कुमार गुप्ता राणा चंदन सिंह, राघव कुमार, संतोष कुमार, अनुज कुमार झा, अजय चित्रा, नवीन रंजन, प्रेमा बड़ा, वन्दना कुमारी रानी कुमारी, नैंसी कुमारी एवम जिले के अध्यक्ष सचिव सहित सभी अनुबंधित कर्मचारी उपस्थित थे।

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