धनबाद । जिले भर में 12 अप्रैल से MR ( मिजिल्स रुबेला) के टीकाकरण का कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए लाख दावे किए गए हो पर वो दावे पहले दिन ही हवा हवाई हो गई। न जाने कितनी बैठकों का दौर चला, तरह तरह फोटोजेनिक चेहरे दिखाकर अपने काम को बढ़ा चढ़ाकर दिखाने की कोशिश की जाती रही हो पर उसका असर धरातल में कहीं भी दिखाई नहीं दिया, जिसका असर जिला के सिविल सर्जन से लेकर मॉनिटरिंग कर रहे who ने सीएचसी गोविंदपुर के प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक (BPM) की जमकर क्लास लगाई।

क्या हैं मामला

राज्य भर में मिजिल्स के बढ़ते प्रकोप के बाद एमआर को महामारी घोषित करते हुए स्पेशल ड्राइव चलाने का धनबाद में निर्देश है। जिसके तहत 9 माह से लेकर 15 वर्ष के बच्चों को MR का टीका दिया जाना है। प्रारंभिक स्टेज में सभी स्कूलों में, उसके बाद आंगनवाड़ी केंद्र में टीका देकर एमआर प्रतिरक्षण का प्लान तैयार किया गया। माइक्रोप्लान तैयार कराने में सभी एएनएम से वांछित जानकारी प्राप्त होने के बावजूद बीपीएम ने जो माइक्रो प्लान बनाई उसमे कई गड़बड़ी सामने आई।

BPM ने दिया अक्षमता का परिचय

BPM प्रमोद कुमार ने पहले दिन जो प्लान तैयार किया गया उसने कई जगह टीकाकरण नही हो सका, मसलन टीम खाली हाथ कई जगह से लौट कर वापस चली आई।स्कूल संचालन के अनुसार कार्यक्रम आयोजित होने से 2 दिन पहले सूचना देने को कहा गया है ताकि विद्यालय अपने स्तर से बच्चों के अभिवावक से सहमति लेकर बच्चों को प्रतिरक्षित करा सके। समय से सूचना नहीं देने के कारण विद्यालय द्वारा इंकार कर दिया गया। माइक्रो प्लान में ऐसे कई स्कूलों को शामिल कर दिया गया जहां परीक्षा चल रही थी, वैसे स्कूलों में भी सत्र का आयोजन नही हो सका , नतीजा लक्ष्य से काफी पीछे उपलब्धि प्राप्त हुई।

क्या कहते है जिला पदाधिकारी

जिला पदाधिकारी और राज्य से आए निदेशक का मानना है की प्रखंड में पिछले वर्ष मिजिल्स के कारण चार बच्चों की मौत हो चुकी है इसलिए विभाग का काफी फोकस गोविंदपुर प्रखंड पर है। उसके वावजूद कार्यक्रम प्रबंधक प्रमोद कुमार और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा एच रहमान गंभीर नहीं है।

ANM खुद बनाएंगी माइक्रोप्लान, CS ने दिया आदेश

पहले दिन माइक्रो प्लान धाराशाही होने के बाद सिविल सर्जन डा आलोक विश्वकर्मा ने जिला पदाधिकारी के साथ बैठक की। बैठक में राज्य से आए निदेशक भी मौजूद थे। समीक्षा बैठक के दौरान सिविल सर्जन ने निर्देश जारी कर कहा की अब एएनएम ही अपने अपने क्षेत्र का माइक्रो प्लान तैयार करेगी। सीएस ने कहा की सभी एएनएम अपने अपने क्षेत्र के स्कूल और क्षेत्र से बखूबी परिचित है इसलिए 100 प्रतिशत प्रतिरक्षण की ध्यान में रखते हुए प्लान तैयार करे।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...