How dangerous is bird flu? :झारखंड में बर्ड फ्लू ने दस्तक दी है। रांची के होटवार क्षेत्र में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद प्रशासन एक्टिव मोड में है। बर्ड फ्लू बेशक पक्षियों में फैलता है, लेकिन इससे इंसान भी संक्रमित हो जाता है, यहां तक की लोगों की मौत तक हो सकती है। कई रिसर्च में पता चला है कि कोरोना महामारी से भी खतरनाक बर्ड फ्लू के वायरस होते हैं। बर्ड फ्लू को साइंस में एवियन इन्फ्लूएंजा या एवियन फ्लू के नाम से जानते हैं। इन्फ्लूएंजा वायरस चार प्रकार के होते हैं इन्फ्लूएंजा A, B, C और D।
इंसानों की मौत तक हो जाती है
ज्यादातर एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस इंसानों को संक्रमित नहीं करते। लेकिन A (H5N1) और A (H7N9) से इंसानों के संक्रमित होने का खतरा रहता है। H5N1 बर्ड फ्लू लोगों में आंख, नाक और मुंह के जरिए फैल सकता है। H5N1 बर्ड फ्लू के लक्षणों में सांस लेने में परेशानी, बुखार और खांसी से लेकर गंभीर निमोनिया हो सकता है। इसके अलावा गंभीर स्थिति में पीड़ित को दौरा या उसकी मौत तक हो सकती है।इस बीमारी से घरेलू और जंगली पक्षी संक्रमित के मामले ही देखे गए हैं। लेकिन हाल ही में अमेरिका में बकरियों और मवेशियों के (H5N1) बर्ड फ्लू से संक्रमण के मामले सामने आए हैं। यह पहली बार है कि H5N1 गाय, बकरी और भेड़ जैसे खुर वाले, स्तनधारी जानवरों में पाया गया है।
कोरोना से भी क्यों माना जाता है खतरनाक
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO के मुताबिक 1 जनवरी 2003 से 26 फरवरी 2024 तक H5N1 बर्ड फ्लू के 887 मामले दर्ज किए गए। इसमें 462 लोगों की मौत हो गई। यानी H5N1 बर्ड फ्लू से पीड़ित 52% लोगों की मौत हो जाती है।इस बीमारी को इसलिए भी बहुत घातक माना जा रहा कि क्योंकि कोविड-19 से संक्रमित लोगों की मृत्यु दर 0.1% से कम है। हालांकि शुरुआत में कोविड-19 की मृत्यु दर 20% थी।
कई बार गायों में भी फैलता है बर्ड फ्लू
गायों में (H5N1) बर्ड फ्लू का पहला मामला 25 मार्च 2024 को सामने आया था। फिर 1 अप्रैल 2024 को संक्रमित गायों की देखभाल कर रहे एक डेयरी कर्मचारी को भी बर्ड फ्लू हो गया। ऐसे में अमेरिका की सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन(CDC) के मुताबिक H5N1 से महामारी फैलने का खतरा है।कनाडा की एक फार्मास्युटिकल कंपनी ‘बायोनियाग्रा’ के फाउंडर जॉन फुल्टन ने इस वायरस को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि ‘ऐसा लगता है कि यह कोविड से 100 गुना घातक हो सकता है।’
क्या है बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लुएंजा?
एवियन इन्फ्लुएंजा को बर्ड फ्लू या एवियन फ्लू कहा जाता है। यह बीमारी सबसे पहले साल 2003 मं वियतनाम में रिपोर्ट की गई थी। यह पक्षियों की एक बीमारी है, जो बहुत घातक होती है। ये बीमारी जंगली पक्षियों से पालतू पक्षियों में फैलती है। हालांकि ये बर्ड फ्लू इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है, लेकिन इसकी संभावना बहुत कम होती है। अगर कोई धूल में मौजूद वायरस के बीच सांस लेता है तो इससे संक्रमण का खतरा हो सकता है। इसके अलावा किसी संक्रमित चीज को छूने से भी संक्रमण हो सकता है।
अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल के अनुसार तो ये वायरस पक्षियों की आंतों या श्वसन तंत्र पर हमला करता है और उन्हें बीमार कर देता है। यहां तक कि उनकी मौत तक हो जाती है।
बर्ड फ्लू के लक्षण
• भयंकर शरीर दर्द
• तेज बुखार
• लगातार खांसी
• सांस लेने में तकलीफ
• सर्दी लगना
• बलगम में खून आना
बरतें ये सावधानियां
• बर्ड फ्लू से बचने के लिए संक्रमित पक्षियों को संभालने वालों को दस्ताने पहनना चाहिए और चेहरे को ढंककर रखना चाहिए।
• हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोते रहना चाहिए।
• अच्छी तरह पका हुआ मांस और अंडे ही खाएं। कच्चा अंडा या मांस न खाएं।
• किसी भी मृत या बीमार पक्षी की सूचना पशु कल्याण विभाग या स्थानीय सरकारी विभाग को दें।