IPS Ravi Sinha : IPS रवि सिन्हा को सोमवार (19 जून) को भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) का नया प्रमुख नियुक्त किया गया। रवि सिन्हा 1988 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के IPS हैं। नियुक्तियों पर कैबिनेट की समिति ने सिन्हा की नियुक्ति को मंजूरी दी है। वे वर्तमान आरएडब्ल्यू प्रमुख सामंत गोयल की जगह लेंगे। 1988 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी सिन्हा वर्तमान में कैबिनेट सचिवालय में विशेष सचिव के रूप में तैनात हैं। आरएडब्ल्यू के सचिव के रूप में दो साल के लिए सिन्हा के कार्यकाल को मंजूरी दी है।

जानिये कौन हैं IPS रवि सिन्हा
रवि सिन्हा बिहार के भोजपुर जिले के रहने वाले हैं। रवि सिन्हा दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज में पढ़ाई कर चुके हैं। साल 1988 में यूपीएससी की परीक्षा पास की और इन्हें भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी के तौर पर मध्य प्रदेश काडर मिला, हालांकि छत्तीसगढ़ बनने के बाद वो छत्तीसगढ़ काडर में चले गये। एक लो प्रोफाइल अधिकारी, रवि सिन्हा अपनी पेशेवर क्षमता के लिए सभी खुफिया समुदाय में व्यापक रूप से सम्मानित व्यक्ति हैं। उन्होंने कई क्षेत्रों में काम किया है, और अपनी नई भूमिका में अनुभव और ज्ञान का जखीरा लेकर फील्ड में उतरेंगे। उन्हें जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और वामपंथी उग्रवादी क्षेत्रों के अलावा पड़ोस के घटनाक्रमों पर अच्छी पकड़ के लिए जाना जाता है, जहां उन्होंने समय के साथ अलग-अलग बिंदुओं पर काम किया है।

रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) स्थापना 21 सितंबर 1968 में की गई थी। इसका मुख्य काम विदेशी खुफिया जानकारी, आतंकवाद का मुकाबला, प्रसार-विरोधी, भारतीय नीति निर्माताओं को सलाह देना और भारत के विदेशी सामरिक हितों को आगे बढ़ाना है। रिसर्च एंड एनालिसिस विंग की स्थापना से पहले, विदेशी खुफिया संग्रह मुख्य रूप से इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की जिम्मेदारी थी, जिसे ब्रिटिश राज के दौरान भारत सरकार द्वारा बनाया गया था।
सीधे प्रधानमंत्री को होती है रॉ की रिपोर्टिंग

बता दें कि आईपीएस अधिकारी सिन्हा वर्तमान में मंत्रिमंडल सचिवालय में विशेष सचिव के रूप में कार्यरत हैं। यह पोस्ट स्पेशल सेक्रेटरी रैंक का है। अब उनकी पोस्टिंग RAW में चीफ के पद पर हुई है। राष्ट्रहितों के लिए ऑपरेशंस को RAW अंजाम देती है। रॉ की रिपोर्टिंग सीधी प्रधानमंत्री को होती है। इंदिरा गांधी की सरकार में 21 सितंबर 1968 मंर खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का गठन किया गया था। रवि सिन्हा के बारे में कहा जाता है कि वह खुफियाजानकारी जुटाने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। यही वजह है कि जब वह रॉ की कमान संभालेंगे तब इंटिग्रेटेड टेक्नोलॉजी और ह्यूमन इंटिलिजेंस को साथ लेकर काम करने में मदद मिलेगी। रवि सिन्हा ने इससे पहले जम्मू-कश्मीर, उत्तर-पूर्व और वामपंथी चरमपंथी डोमेन के अलावा कई जगह अपनी सेवाएं दी हैं।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...