नगालैंड। कोरोना की वजह से महीनों तक स्कूल को बंद रखा गया था। अब कंजंक्टिवाइटिस बीमारी ने भी बच्चों पर कहर ढा रखा है। आई फ्लू या कंजंक्टिवाइटिस का कहर ऐसा है कि कई जिलों के स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है। स्कूली बच्चों पर इस बीमारी का काफी असर दिख रहा है। सैंकड़ों बच्चे इसकी चपेट में आ चुके हैं।

हालांकि कंजंक्टिवाइटिस का प्रकोप पूरे देश में देखने को मिल रहा है। कई राज्यों में इस बीमारी से सैंकड़ों बच्चे प्रभावित हैं। लिहाजा नागालैंड में कंजंक्टिवाइटिस (आंखों में संक्रमण) के बढ़ते मामलों के बीच राज्य के तीन जिलों ने सोमवार से एक सप्ताह के लिए स्कूल बंद कर दिए हैं. अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के दीमापुर, चुमौकेदिमा और नुइलैंड जिलों में 26 अगस्त तक स्कूल बंद रहेंगे।

नेशनल प्रोग्राम फॉर कंट्रोल ऑफ ब्लाइंडनेस एंड विजुअल इम्पेयरमेंट (NPCB&VI) के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी होइतो सेमा ने बताया कि असम राइफल्स के जवान जुलाई में छुट्टी से फेक जिले में लौटे थे और उनकी आंखों में संक्रमण का पहला मामला दर्ज किया गया था।

कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया कि एक जुलाई से अब तक राज्य में 1,006 मामले सामने आए हैं, जो हाल के समय में सबसे अधिक है. उन्होंने बताया कि दीमापुर में सबसे अधिक 721 मामले दर्ज किए गए हैं. इसके बाद कोहिमा में 198 और मोकोकचुंग में 87 मामले दर्ज किए गए हैं. सेमा ने कहा कि कंजक्टिवाइटिस या आंखों में संक्रमण के मामले बढ़ने की आशंका है, क्योंकि कई जिला अस्पतालों ने अभी तक रिपोर्ट जमा नहीं की है।

स्कूलों को बंद करने की घोषणा करते हुए चुमौकेदिमा, दीमापुर और न्यूलैंड के उपायुक्तों ने अलग-अलग आदेशों में कहा, कंजक्टिवाइटिस (आई फ्लू) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, खासकर बच्चों में. स्वास्थ्य विभाग एवं स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया है कि संक्रमण के प्रसार को रोके जाने तक स्कूल में कक्षाएं निलंबित रहेंगी. हालांकि, उपायुक्तों ने स्कूल अधिकारियों से इस अवधि में ऑनलाइन कक्षा चलाने जैसा विकल्प खोजने की अपील की हैं।

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