गुमला नक्सल इलाकों के युवा मुख्यधारा से ना भटके इसके लिए गुमला पुलिस ने एक बेहतरीनपहल की हैं। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को गुमला पुलिस द्वारा पुलिस सेना, अग्निवीर में बहाली के लिए निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बहाली के दौरान कौन-कौन प्रतियोगिता से गुजरना पड़ता है इसकी जानकारी दी जा रही है ताकि युवा तैयार हो सके।

पुलिस विभाग दे रहा फ्री ट्रेनिंग

गुमला के पुलिस लाइन चंदौली में प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। 12 सितंबर से प्रशिक्षण शुरू हो चुकी है। इसमें 50 – 50 की संख्या में युवक युवतियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण सर्जेंट मेजर प्रणब कुमार के नेतृत्व में प्रशिक्षित प्रशिक्षकों द्वारा कराया जा रहा है।

गुमला एसपी की पहल

गुमला जिले में 12 प्रखंड और 952 गांव हैं। इसमें हर एक गांव से कोई ना कोई सेना और पुलिस में है। लेकिन नक्सली इलाकों के कई युवा नौकरी नहीं लगने या बहकावे में आकर मुख्यधारा से भटक जाते हैं। युवा काम के लिए दूसरे राज्य पलायन कर जाते हैं। कुछ युवा नशा पान व अपराध शिकंजे में फंस जाते हैं। इन समस्याओं को देखते हुए गुमला के पुलिस अधीक्षक डॉ एहतेशाम वकारीब ने गुमला के ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं की सोच बदलते हुए युवाओं को सेना और पुलिस में नौकरी के लिए तैयार करा रहे हैं।

युवाओं को पुलिसिंग से जोड़ना है एसपी

एसपी डॉक्टर एहतेशाम वकारीब ने कहा कि सामुदायिक पुलिसिंग के तहत इस प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। इसका महत्वपूर्ण उद्देश्य है कि आम जनों के मन में पुलिस के प्रति बैठी भ्रांतियों को दूर करना। इस प्रशिक्षण शिविर से जुड़ने के लिए नव युवकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है ।काफी संख्या में पुलिस केंद्र में युवा पहुंचकर प्रशिक्षण जुड़ने के लिए आवेदन किए हैं।

50- 50 के बैच में दी जा रही ट्रेनिंग

वहीं गुमला के 8:30 बजे प्रणव कुमार ने कहा कि युवक युवतियों की संख्या को देखते हुए सभी को प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है इस प्रशिक्षण में सारी प्रशिक्षण के साथ साथ में बौद्धिक विकास पर भी कार्य किया जा रहा है

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