सीवान। एक लाख रूपये घूस लेते कर्मचारी को निगरानी टीम ने गिरफ्तार किया है। कलेक्टरेट परिसर में घूसखोर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। आरोपी कर्मचारी का नाम जियाऊल हक अंसारी है, जो राजस्व विभाग में बतौर कर्मचारी काम करता था। जमीन की जमाबंदी में सुधार के लिए जियाऊल ने प्रेमशंकर सिंह नाम के व्यक्ति से एक लाख रूपये की डिमांड की थी। प्रेमशंकर घूस नहीं देना चाहता है, इसलिए उसने इसकी शिकायत निगरानी टीम से कर दी। निगरानी टीम ने अपनी जांच में शिकायत सही पायी। मामले में प्राथमिकी दर्ज कर आज कर्मचारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।

शुक्रवार को सीवान कलेक्टरेट मैं राजस्व कर्मचारी जियाऊल हक अंसारी को जैसे ही प्रेमशंकर ने पैसा दिया, निगरानी की टीम ने कर्मचारी को दबोच लिया। निगरानी की टीम जैसे ही कर्मचारी को लेकर बाहर निकली, पूरे राजस्व कार्यालय में हड़कंप मच गया। देर शाम आरोपी कर्मचारी को कोर्ट में पेश किया गया और फिर उसे जेल भेज दिया गया। जियाउल हक को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किये जाने के बाद समाहरणालय परिसर में हड़कंप मच गया.

निगरानी की कार्रवाई के दो घंटे बाद उपविकास आयुक्त दीपक सिंह, ओएसडी सह जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजकुमार गुप्ता और एसडीएम रामबाबू बैठा प्रशासनिक खंड के सभी कार्यालयों में गये और वहां उपस्थित कर्मियों को निर्देश जारी किया. उन्होंने कहा कि वे अनावश्यक रूप से बाहर नहीं टहलें, कार्यालय के कार्य से ही बाहर जाएं, आगंतुकों को ज्यादा देर तक कार्यालय में नहीं बिठाएं, यहां तक कि उन्हें बैठने के लिए जगह भी नहीं दें, खड़े-खड़े काम के बारे में पूछें और काम नहीं होने वाला हो तो उन्हें नीयत तारीख पर बुलाएं.

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