धनबाद। “किसी को शिद्दत से चाहो तो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है”… लेकिन निशा की चाहत के साथ ना तो जमाना था और ना ही उसका अपना प्यार…लेकिन उसकी मोहब्बत बहुत मजबूत थी। जिसे ना तो जमाना डरा पाया और ना ही कड़ाके की ठंड कमजोर कर पायी। 72 घंटे बाद आखिरकार मोहब्बत जीत गयी। जिस प्रेमी की आस में तीन दिन तक भूखे प्यारे निशा आशिक के घर के बाहर बैठी रही, उसी प्यार के साथ उसकी शादी हो गयी। ग्रामीणों और परिजनों ने प्रेमिका की शादी उसके प्रेमी से करवा दी. दोनों प्रेमी और प्रेमिका हंसी-खुशी शादी के लिए राजी हो गए, जिसके बाद लिलोरी स्थान में दोनों की धूमधाम से शादी हुई।


दरअसल ईस्ट बसुरिया की रहने वाली निशा की मुलाकात कॉलेज के दौरान राजगंज के महेशपुर के रहने वाले उत्तम से हुई. कॉलेज के दिनों में दोनों के बीच प्यार हुआ. दोनों के बीच का प्रेम-प्रसंग 4 सालों से चल रहा था. इसी बीच निशा ने शादी की बात कही, प्रेमी शादी की बात टालता रहा. निशा की जिद पर उत्तम शादी के लिए मान गया और खरमास के बाद दोनों की शादी भी होनी थी, लेकिन खरमास खत्म होने के बाद जब निशा ने उत्तम को कॉल किया तो पता चला कि उत्तम ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया। जिसके बाद नाराज निशा सीधे अपने प्रेमी उत्तम के घर पहुंच गई, लेकिन उत्तम के परिवारवालों ने उसे अंदर आने नहीं दिया. जिसके बाद वह उत्तम के घर के दरवाजे पर ही धरना पर बैठ गई।
उत्तम के घर के बाहर बैठी निशा को सबने बहुत समझाने की कोशिश की थी, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी थी. स्थानीय मुखिया ने भी उसे काफी समझाया, लेकिन वह किसी की एक न सुनी। धरने पर बैठी निशा के लिए गांववालों ने कंबल और खाने की व्यवस्था की थी। मुखिया ने इसकी सूचना राजगंज पुलिस को दी. जिसके बाद गुरुवार देर रात महिला पुलिस उसे जबरन उठाकर थाना ले गई।

बाद में उसे उसके परिजनों के साथ भेज दिया गया। लड़की के पिता के बयान पर पुलिस ने उसके प्रेमी उत्तम महतो के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दर्ज की है, लेकिन युवती का कहना है कि वह नहीं चाहती कि उसका प्रेमी जेल जाए. वह तो उससे शादी करना चाहती है। आखिरकार, दोनों के परिवारवालों ने रविवार दोपहर को प्रेमी और प्रेमिका की शादी लिलोरी मंदिर में करवा दी।

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