भोले बाबा को खुश करने के लिए युवक ने मंदिर में चढ़ा दी अपनी सिर..मशीन से काट ली अपनी गर्दन

ललितपुर : उत्तर प्रदश के लालतपुर से रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक युवक ने मंदिर में जाकर भगवान शिव को खुश करने के लिए अपनी गर्द को कटर से रेत दिया. जिससे पूरे मंदिर में खून ही खून बिखर गया. ये देखकर मंदिर में मौजूद लोगों की चीखें निकल गईं. परिजनों ने आनन फानन में उसे जिला अस्तपाल में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे झांसी मेडकिल कॉलेज रेफर कर दिया है. कटर की वजह से गर्दन पर काफी गहरा घाव है. उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है.
खबर के मुताबिक ललितपुर के कोतवाली सदर थाना क्षेत्र में रघुनाथ पुरा गांव में रहने वाला दीपक भगवान शिव का बहुत बड़ा भक्त है. वो किसी भी हालत में भगवान शिव के दर्शन करना चाहता था. इसी जिद में मंगलवार को दीपक इलेक्ट्रिक कटर लेकर शिव मंदिर में पहुंच गया. इस दौरान मंदिर में कई और भक्त भी मौजूद थे. दीपक वहां बैठ गया और पास बैठे ग्रामीण से कटर का स्विच ऑन करने को कहा, लेकिन इस ग्रामीण ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया. इसके बाद दीपक ने खुद ही अपनी गर्दन पर कटर रखा और उसे ऑन कर दिया.
सदर कोतवाली के एक गांव का रहने वाला युवक मंगलवार की सुबह मंदिर पहुंच गया. इसके बाद कटर मशीन से अपनी गर्दन काट ली. युवक की इस हरकत से लोग हैरान रह गए. मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई. जानकारी मिलने पर परिवार के लोग भी पहुंच गए. उन्होंने गंभीर रूप से जख्मी युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया. यहां से डॉक्टरों ने उसे झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया.
मामला सदर कोतवाली इलाके के गांव रघुनाथपुरा का है. यहां का रहने वाला 28 वर्षीय दीपक कुशवाहा मंगलवार की सुबह नहा-धोकर स्थानीय मंदिर में पहुंच गया. युवक के भाई देवराज कुशवाहा ने बताया मंदिर में पहुंच कर उसने कहा कि वह अपना सिर चढ़ाना चाहता है. इससे वहां मौजूद लोग चौंक गए. वह कह रहा था कटर मशीन चालू कर दी जाए. इससे पहले कि लोग कुछ समझ पाते, दीपक ने लकड़ी काटने वाली कटर मशीन उठाकर खुद की गर्दन पर लगा दी.
मशीन गर्दन पर रख उसने उसे ऑन कर दिया. इससे उसकी गर्दन कट गई. खून की धार बहने पर मौके पर अफरातफरी मच गई. लोगों की भीड़ जुट गई. जानकारी मिलने पर परिवार के लोग भी पहुंच गए. आनन- फानन में परिजन खून से लथपथ दीपक को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उसे झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. परिजनों ने बताया कि दीपक ने ऐसा क्यों किया, इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. वहीं घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है.