रांची: झारखंड के 625 प्लस 2 स्कूलों में 7 से 9 नए पदों का सृजन किया जा रहा है। इसे राज्य के प्लस 2 स्कूलों में 45,000 से 57,000 स्नातकोत्तर शिक्षकों के पद सृजित किए जा रहे हैं। राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र मानव शास्त्र मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र, उर्दू और जनजातीय भाषाओं के 1-1 पदों का सृजन हो रहा है। स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महत्व को भेजा है। शिक्षा मंत्री की मंजूरी के बाद वित्त विभाग और पदवर्ग समिति की सहमति के बाद पदों का सृजन हो सकेगा।

राज्य के प्लस 2 स्कूलों में प्रधानाचार्य से लेकर हाई व मिडिल स्कूलों में प्रधानाध्यापक के पद सृजन की भी शिक्षा विभाग तैयारी कर रहा है। राज्य में इनके पदों का सृजन नहीं हुआ है। नए प्लस 2 स्कूलों में प्रभारी प्राचार्य कार्य कर रहे हैं जबकि हाई और मॉडल स्कूलों में भी प्रधानाध्यापक कार्यरत है प्रभारी को सरकारी स्कूलों में भी प्रधान अध्यापक कार्यरत हैं। स्कूल के ही वरीय शिक्षक इस भूमिका में है। जिससे मैं शिक्षक के अपने मूल काम को सही से नहीं निभा नहीं पा रहे हैं। स्नातकोत्तर शिक्षकों के द्वारा 11- 11 पद सृजित हैं। 510 प्लस 2 स्कूलों में जहां इन पदों पर शिक्षक कार्यरत हैं। जबकि इस साल नवसृजित 125 प्लस 2 स्कूलों में इन पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। नए प्लस 2 स्कूलों में 1375 शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। अगले महीने झारखंड कर्मचारी आयोग इसकी परीक्षा लेगा।

625 प्लस 2 स्कूलों में विषयों में नामांकित छात्र छात्राओं के आधार पर 2 पदों का सृजन किया जा रहा है। जनजातीय भाषा पढ़ने वाले 50 छात्र छात्रा जिस स्कूल में होंगे उस विषय के एक शिक्षक का पद सृजित किया जाएगा। वहीं अन्य विषय के लिए 80 छात्र छात्रा के आधार पर उस विषय के एक शिक्षक पद सृजित होगा। सभी स्कूल में एक विषय के एक-एक पद सृजित होंगे। एक स्कूल में एक से अधिक जनजातीय भाषा के लिए पद सृजित किए जा सकेंगे। क्षेत्रवार जनजातीय विषयों के शिक्षकों के पद का सृजन होगा।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...