5 पुलिसकर्मियों को SP ने 2 रुपये की वसूली करते पकड़ा था, 37 साल बाद कोर्ट ने सुनाया ये फैसला, जानिये
भागलपुर। दो रूपये वसूली के मामले में आरोपी 5 पुलिसकर्मियों को कोर्ट ने 37 साल आरोपों से बरी किया। हालांकि फैसले से पहले ही आरोपों में घिरे एक ASI की मौत हो चुकी थी। फैसले को आने में लगभग पौने चार दशक का वक्त लग गया। इन जवानों को साक्ष्य के अभाव में बरी किया गया। इनमें कैलाश शर्मा, ज्ञानी शंकर सिंह, रामबालक राय, युगेश महतो और रामरतन शर्मा शामिल हैं। 37 साल चले वाहनों से अवैध वसूली के इस केस में उन्हें रिहाई मिली।
दरअसल 1986 में बेगूसराय के तत्कालीन एसपी ने चेकपोस्ट पर प्रतिनियुक्त जवानों को ट्रक से वसूली किए जाने की सूचना पर औचक निरीक्षण कर पकड़ा था। ट्रक के खलासी से दो रुपये लेते होमगार्ड जवान को पकड़ा गया था। जवानों की जेबों की तलाशी लेते समय 354 रुपये 50 पैसे गिनती कराई गई थी। मामले में कार्रवाई करते हुए सहायक अवर निरीक्षक भरत पांडेय को भी आरोपी बनाया गया। हालांकि भरत पांडेय की मौत इस मामले में पहले ही हो गयी थी।
न्यायाधीश ने सुनवाई के दौरान साक्ष्य के नहीं रहने के कारण उन्हें बरी कर दिया। बेगूसराय के लाखो-लखमिनिया चेक पोस्ट पर गुजरने वाली ट्रक से तब होमगार्ड जवान कैलाश शर्मा, ज्ञानी शंकर सिंह, रामबालक राय, युगेश महतो और रामरतन शर्मा को वसूली करते पकड़ लिया गया था। इन सभी पुलिस कर्मियों को भागलपुर के विजिलेंस कोर्ट के विशेष जज सह एडीजे-2 की अदालत ने बरी कर दिया। इन पुलिसकर्मियों के नाम कैलाश शर्मा, रामरतन शर्मा, राम बालक राय, ग्यानी शंकर सिंह और युगेश्वर महतो हैं। इन सभी पर वाहनों से अवैध वसूली करने का आरोप था। बेगूसराय के तत्कालीन नगर अंचल निरीक्षक सरयुग बैठा ने केस दर्ज कराया था।
ये था पूरा मामला
बेगूसराय के तत्कालिन एसपी अरविंद वर्मा ने कहा कि लाखो पोस्ट पर तैनाद पदाधिकारी और जवान वाहनों से अवैध वसूली कर रहे हैं। एसपी ने पोस्ट पर जाकर जांच करने के लिए कहा. इसके तुरंत बाद बेगूसराय के तत्कालिन एसपी अरविंद वर्मा ने वहां से गुजर रहे एक ट्रक को रोका और उसमें बैठक गए. एसपी ने दो रुपये के नाम पर साइन किया और खलासी को पकड़ा दिया। ट्रक जब पोस्ट पर पहुंच तो वहां तैनात जवान ने बैरियर खोला। इसके बाद खलासी ट्रक से उतरा और उसने वहां मौजूद होमगार्ड जवान रामरतन शर्मा को दो रुपये का नोट थमा दिया। जवान ने नोट को अपने जेब में रख लिया। खलासी ने आकर एसपी को बताया कि जवान ने उससे पैसे ले लिए।