सोनीपत। रेप और हत्या के मामले में चार आरोपी को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। रेप के इस मामले में 3 साल बाद कोर्ट ने ये सजा सुनाई है। वारदात 5 अगस्त 2021 को सोनीपत-दिल्ली बॉर्डर से सटे कुंडली में घटी थी।जिन चार लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई है, उनमें अरुण पंडित, फूलचंद, दुखन पंडित और रामसुहाग बिहार के अलग अलग जिलों के रहने वाले हैं।

इन हैवानों ने सगी बहनों का मां के सामने ही सामूहिक दुष्कर्म किया था। चार घंटे तक तड़पती रही दोनों बहनों की मौत हो गई थी। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश “फास्ट ट्रैक कोर्ट” की जज सुरुचि अतरेजा सिंह ने सजा देते हुए कहा कि चारों ने क्रूरता की सभी हद पार कर दी।

जानकारी के मुताबिक दिल्ली से सटे सोनीपत के कुंडली में बिहार की रहने वाली एक विधवा महिला 13 व 15 साल की 2 बेटियों और तीन बेटों के साथ काम की तलाश में आयी थी।महिला ने किराए का कमरा लिया और परिवार के साथ रहने लगी। इसी परिसर में बिहार के जिला दरभंगा के गांव मजगाही निवासी अरुण पंडित, गांव मसहोरी निवासी फूलचंद, झकेली निवासी दुखन पंडित और समस्तीपुर के गांव बाड़ा निवासी रामसुहाग भी अलग कमरे में रहते थे।

एक दिन इन हैवानों की नजर विधवा की दो नाबालिक बेटियों पर पड़ी और फिर इन चार आरोपियों ने मिलकर दोनों बहनों को हवस का शिकार बना दिया। बाद में इन्हें जहर पिला दिया, 4 घंटे तक दोनों बहनें तड़पती रही। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने दोनों बहनों को मृत घोषित कर दिया। चारों आरोपी सोनीपत से बिहार भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया अब कोर्ट ने चारों को फांसी की सजा सुनाई है।

महिला व इसके परिवार को आए हुए अभी करीब 15 दिन हुए थे कि 5 अगस्त, 2021 की रात को अरुण पंडित, फूलचंद, दुखन पंडित व रामसुहाग उनके कमरे में घुस गए। कमरे में मां-बेटियां सो रही थी। चारों ने दोनों बेटियों को दबोच लिया और इसके बाद दोनों लड़कियों से उनकी मां के सामने ही अरुण व फूलचंद सदा ने बड़ी बेटी व दुखन पंडित तथा राम सुहाग ने छोटी बेटी से सामूहिक दुष्कर्म किया।

चारों ने गैंग रेप के बाद दोनों बहनों को कीटनाशक दवा पिला दी। साथ ही उसकी मां को धमकी दी कि अगर किसी को वारदात के बारे में बताया तो वे उनके बेटों की हत्या कर देंगे। महिला डर के मारे चुप रही। इस बीच जहर के प्रभाव से दोनों करीब 4 घंटे तक तक तड़पती रही।

अंत में दोनों को साथ लगते दिल्ली के नरेला के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। वहां दोनों की मौत हो गई। पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ कि दोनों नाबालिग लड़कियों से रेप हुआ है और उनको जहर देकर मारा गया है। हालांकि दोनों बेटियों की मां चारों दरिंदों की धमकी से इतना डर गई। थी कि उसने पुलिस को बयान दिया कि सांप के काटने से उनकी बेटियों की मौत हुई है।

4 दिन बाद दर्ज हुआ था केस

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लड़कियों से गैंगरेप और हत्या की बात सामने आने के बाद हरियाणा पुलिस ने उनकी मां से सख्ती से पूछताछ की, जिसके बाद उसने सच उगला और अरुण पंडित, फूलचंद, दुखन पंडित और रामसुहाग द्वारा बेटियों के साथ की गई दरिंदगी की पोल खोल दी। हालांकि पहले चारों दरभंगा भागने की तैयारी में थे, लेकिन जब उनकी धमकी से डरी लड़कियों की मां ने पुलिस को

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...