गुजरात: मोरबी में रविवार शाम करीब 6.30 बजे केबल सस्पेंशन ब्रिज टूटने से करीब 400 लोग मच्छु नदी में गिर गए। हादसे में 77 लोगों की मौत हुई है। इनके शव मोरबी के सिविल हॉस्पिटल में पहुंचा दिए गए हैं। मरने वालों में 25 से ज्यादा बच्चे हैं। जबकि, 70 से ज्यादा लोग घायल हैं। रेस्क्यू के लिए वायुसेना के गरुड़ कमांडो रवाना हो गए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी इस समय केवड़िया में हैं, बताया जा रहा है कि वे भी मोरबी जाएंगे। हादसे के कारणों की जांच के लिए 5 सदस्यीय SIT बनाई गई है।
वायुसेना के गरुड़ कमांडो रवाना हुए
देर शाम रेस्क्यू के लिए जामनगर से वायुसेना के 50 गरुड़ कमांडो रवाना हो गए हैं। उनके साथ 50 रेस्क्यू बोट भी भेजे गए हैं। ये गरुड़ कमांडो रात में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाएंगे
ब्रिज पर क्षमता से ज्यादा लोग, यही हादसे की वजह
ब्रिज की क्षमता करीब 100 लोगों की थी, लेकिन रविवार को छुट्टी होने के चलते इस पर करीब 500 लोग जमा थे। यही हादसे की वजह बना। भास्कर को मोरबी के भाजपा सांसद मोहन कुंडारिया ने बताया कि ब्रिज टूटने से जहां लोग गिरे, वहां 15 फीट तक पानी था। कुछ लोग तैरकर बाहर निकल आए, लेकिन कई लोग झूले पर अटके रहे। इन्हें बाहर निकाला जा रहा है।