रांची। जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसक झड़प के बाद झारखंड में पुलिस अलर्ट पर है। रांची के हिंसा प्रभावित इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। मेन रोड में सुजाता चौक से अलबर्ट एक्का चौक तक धारा 144 लागू हैं। कल रात ही राज्यपाल रमेश बैस ने मुख्यमंत्री और डीजीपी से बात की थी और हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई के लिए कहा था। संवेदनशील इलाके में अभी भी काफी संख्या में पुलिस बल तैनात है। पुलिस का दावा है कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।

घटना को लेकर पुलिस साजिश को लेकर जांच में जुटी हुई है। शुक्रवाक को रांची मेन रोड में जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क गयी थी। पुलिस को हालात संभालने के लिए फायरिंग करनी पड़ी ती। इस दौरान दो लोगों की मौत की भी खबर है। वहीं कई पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारियों को भी चोटें आयी थी। अभी भी 13 लोग घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है। दावा है कि पुलिस की फायरिंग के जवाब में पत्थरबाजी की गयी थी।

आशंका है कि बाहरी तत्व का इस हिंसा में हाथ हो सकता है। हिंदीपाढ़ी इलाके में कुछ बाहरी लोगों के भी पहुंचने की जानकारी मिली है, हालांकि पुलिस इन तमाम पहलुओं की जांच कर रही है। दावा है कि बाहरी लोग संप्रदाय विशेष के लोगों को भड़काने का काम कर रहे थे। प्रतिबंधित संस्था पीएफआई पर भी शक जताया जा रहा है, लेकिन पुलिस अभी मामले की जांच के बाद ही कुछ पाने की स्थिति में होगी।थ

घटना को लेकर झारखंड सरकार के इंटेलिजेंस पर भी सवाल उठ रहा है। जिस तरह के प्रदर्शन को हल्के में लिया गया और कम फोर्स भेजी गयी, उससे एक बात तो साफ है कि रांची पुलिस इस प्रदर्शन को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं थी।

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