जैसलमेर। IAS टीना डाबी फिर से चर्चाओं में है। (Trending Tina Dabi on Twitter)आईएएस टीना डाबी (IAS Tina Dabi) बुधवार की सुबह से ही ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है। दरअसल जैसलमेर में पाकिस्तानी हिंदुओं के कुछ घरों को प्रशासन ने गिरा दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तानी हिंदुओं द्वारा किए गए ‘अतिक्रमण’ को हटाने के निर्देश टीना डाबी द्वारा दिए गए थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को जैसलमेर जिला मुख्यालय से 4 किलोमीटर दूर अमरसागर ग्राम पंचायत में पाकिस्तान से आए हिंदुओं की बस्ती में 28 अस्थायी घर गिरा दिए थे।
साल 2015 में IAS टॉपर रहीं टीना डाबी इस समय राजस्थान के जैसलमेर में कलेक्टर के पद पर तैनात हैं। इधर, जिला प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद नाराजगी जमकर सामने आयी है। बस्ती के लोगों ने जिला मुख्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया है और फिर धरने पर बैठ गए। रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को जैसलमेर जिला मुख्यालय से 4 किलोमीटर दूर अमरसागर ग्राम पंचायत में पाकिस्तान से आए हिंदुओं की बस्ती में 28 अस्थायी घर गिरा दिए थे।
लोगों का ये भी कहना है कि उनके घरों को आग लगा दी गई व उनकी महिलाओं से गलत व्यवहार किया गया। वहीं इस मामले में IAS टीना डाबी का कहना है कि अमरसागर सरपंच और अन्य स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी कि पाकिस्तानी हिंदुओं ने सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है और वो तालाब वाले एरिया में भी बस रहे हैं। राज्य सरकार ने पाकिस्तान से आए ऐसे प्रवासियों के रिसेटलमेंट के संबंध में कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए हैं, जिन्हें भारतीय नागरिकता नहीं दी गई है।
सड़क पर बिखर गया सारा सामान
दरअसल ये भी पाकिस्तान में आतंक और सरकार के दमन से बचकर किसी तरह भारत आए थे। पाकिस्तानी हिंदू काफी वक्त से अमर सागर में रह रहे थे, लेकिन जिला कलेक्टर टीना डाबी के आदेश पर इनके घरों को जमीदोज़ कर दिया गया। प्रशासन की इस कार्रवाई का इन हिंदू परिवारों की महिलाओं ने विरोध भी किया, लेकिन भारी पुलिसबल के साथ पहुंची प्रशासन की टीम ने इनके घरों को गिरा दिया। अब इस भीषण गर्मी में इन लोगों के सिर पर कोई छाया नहीं है। महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है, सड़क पर सामान बिखरा पड़ा है और इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
पाकिस्तानी हिंदू भीषण गरमी में झुलस रहे
पाकिस्तान में सताए गए हिंदू बड़ी संख्या में राजस्थान में बॉर्डर के पास के जिलों में आकर बसे हुए हैं। सीमा पार होने वाले उत्पीड़न से परेशान होकर भारत आए इन हिंदुओं की हालत यहां भी कुछ खास अच्छी नहीं है, लेकिन फिर भी इनके सिर पर छत थी और कम से कम से बगैर किसी डर के अपनी जिंदगी गुजार रहे थे। हालांकि जैसलमेर प्रशासन की हालिया कार्रवाई ने इनके सामने एक बार फिर बड़ा संकट पैदा कर दिया है। अब इन परिवारों के सिर पर न छत है, और न ही कोई ऐसा ठिकाना जिसे वे फिलहाल अपना कह सकें।