मणिपुर में हिंसा के बाद कई इलाकों में हालात काबू में है। इस बीच चुराचांदपुर जिले और उसके आसपास के इलाकों मे में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के चलते कई क्षेत्रों में कर्फ्यू में कर्फ्यू में आंशिक रूप से ढील देने का एलान किया गया है। 

राज्य सरकार और विभिन्न हितधारकों के बीच बातचीत के बाद आज सुबह 7 बजे से 10 बजे तक ये ढील दी जाएगी। एन बीरेन सिंह ने शनिवार रात इसकी कॉपी ट्विटर पर शेयर करते हुए कहा कि मुझे ये साझा करते हुए खुशी हो रही है कि लोगों को फौरी राहत मिलने वाली है।

मणिपुर में हुई जातीय हिंसा के चलते 54 लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि आधिकारिक मृतक संख्या 54 है, जिनमें से 16 शव चूड़चंदपुर जिला अस्पताल के मोर्चरी में रखे गए हैं, जबकि 15 शव इंफाल पूर्वी जिले के जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान में रखे गए हैं। 

इंफाल पश्चिम जिले के लांफेल में क्षेत्रीय चिकित्सा आयुर्विज्ञान संस्थान ने 23 लोगों के मरने की सूचना दी है। हालांकि, मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने कहा है कि हिंसा के चलते 28-30 मौतों की पुष्टि हुई है। सरकार को अन्य मामलों की पड़ताल करनी है। चूड़चंदपुर जिले में शुक्रवार रात दो अलग-अलग मुठभेड़ों में पांच उग्रवादी मारे गए और इंडिया रिजर्व बटालियन के दो जवान घायल हो गए।

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने पूर्वोत्तर के राज्यों से शांति कायम रखने और जातीय समूहों के बीच बातचीत की अपील की है। रिजिजू ने दिल्ली में एक कार्यक्रम से इतर कहा कि मैती और कुकी एक ही राज्य के रहने वाले हैं और दोनों को साथ रहने की जरूरत है। समाज का तभी विकास होगा, जब शांति कायम होगी। मणिपुर में ¨हसा कम करने के लिए केंद्र हरसंभव कदम उठा रहा है।

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