नयी दिल्ली: 30 साल में 50 से ज्यादा बार तबादला….अब तो शायद खुद IAS ने भी अपने ट्रांसफर की गिनती बंद कर दी है। हरियाणा कैडर के IAS अशोक खेमका से ज्यादा ट्रांसफर अब तक सिर्फ IAS प्रदीप कसानी का हुआ है। कसानी का 35 साल के करियर में 71 बार तबादला हुआ है। अशोक खेमका देश के सबसे चर्चित आईएएस अफसरों में से है। अपने तबादले की वजह से वो आये दिन चर्चाओं में रहते हैं। पिछले दिनों उनका भ्रष्टाचार को लेकर किया ट्वीट काफी सुर्खियों में है। यूजर्स इस पर काफी रि-ट्वीट कर रहे हैं। आईएएस खेमका ने अपने ट्वीट में लिखा है…
‘भ्रष्ट अधिकारियों का सफाया होना चाहिए, ठीक ‘गांजे’ की तरह…क्योंरकि इन भ्रष्टक अधिकारियों में यह क्षमता होती है कि वह गांजे की तरह बढ़ते हैं और ईमानदार लोगों का गला घोटते हैं.’

आईएएस ने ट्वीट किया तो रिएक्शन की बाढ़ आने लगी। कई यूजर्स आईएएस की बातों पर सहमत दिखे, तो कईयों ने इसे ख्याली पुलाव बता दिया। कुछ यूजर्स ने पूछा है कि आखिर ये सब करेगा कौन। कुछ लोगों ने लिखाहै कि ऐसी दूर-दूर तक संभावना नहीं है।

आपको बता दें कि IAS अधिकारी अशोक खेमका का नाम साल 2012 में तब चर्चा में आया था, जब उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी और रियल स्टेकट कंपनी डीएलएफ के बीच हुए भूमि सौदे को कैंसिल कर दिया था।

एक यूजर ने तो ये भी लिखा है- इससे तो कई ईमानदार लोग भी प्रभावित होंगे, क्योंकि गांजा अब मुख्य फसल में भी घुस गया है। लोकतंत्र में ये मुख्य मुद्दा है। इसे आपसे बेहतर अच्छे तरीके से कोई समझ नहीं सकता।

वहीं एक यूजर ने लिखा है- आप तो आईएएस अफसर हैं। आप सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल क्यों नहीं करते। ताकि ED जैसी एंटी करप्शन एजेंसी रैंडम तौर पर आईएएस, आईपीएस, आईआरएस, आईआरईएस अधिकारियों की जांच करे और भ्रष्ट लोगों को सजा मिले।

आपको बता दें कि अशोक खेमका तब चर्चा में आये थे, जब उनके खिलाफ पंचकुला के सेक्टर 5 थाना में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज हुई थी। खेमका ने तब इस मामले में याचिका दायर की थी। कोर्ट ने इस मामले में उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। आपको बता दें कि जब जब अशोक खेमका का तबादला हुआ है, तब-तब उन्होंने सोशल मीडिया पर खुलकर लिखा है। 2019 में जब उनका तबादला हुआ था, तो उस दौरान भी उनका एक ट्वीट काफी चर्चा में आया था।

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