Train Hijack: 50 से ज्यादा बंधकों की और ली जान, BLA का पाकिस्तान सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम

Train Hijack: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हिंसा लगातार बढ़ती जा रही है। बलूच उग्रवादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने सोमवार को दावा किया कि उन्होंने 50 बंधकों को मार दिया है।उग्रवादियों का कहना है कि यह कार्रवाई पाकिस्तान सेना के हमले के जवाब में की गई है।
इस घटना ने पूरे देश में हलचल मचा दी है। BLA ने पाकिस्तान सरकार को 20 घंटे का अल्टीमेटम दिया है कि अगर सेना अपना अभियान बंद नहीं करती और बलूच कैदियों को रिहा नहीं किया जाता, तो बचे हुए बंधकों को भी मार दिया जाएगा।
Train Hijack:ऐसे हुआ ट्रेन हाइजैक
BLA ने मंगलवार को बलूचिस्तान प्रांत के एक दूरदराज के इलाके में क्वेटा-पेशावर जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया था। उग्रवादियों ने पहले रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया और फिर ट्रेन पर गोलियां चलाईं। ट्रेन में लगभग 500 यात्री थे, जिनमें से 212 को बंधक बना लिया गया था। यह घटना पाकिस्तान में अब तक की सबसे बड़ी ट्रेन हाईजैक घटनाओं में से एक मानी जा रही है।
Train Hijack:उग्रवादियों का बयान
BLA ने अपने बयान में कहा, “पाकिस्तानी सेना के ड्रोन हमले के जवाब में 10 दुश्मन सैनिकों को मार दिया गया। इसके अलावा, आज की मुठभेड़ में 10 और पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, जबकि कल की लड़ाई में 30 को मार गिराया गया था। इस तरह अब तक 100 से ज्यादा दुश्मन सैनिक मारे जा चुके हैं, जबकि करीब 150 बंधक अभी भी हमारे कब्जे में हैं।”
BLA ने एक सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा, “अगर पाकिस्तानी सेना ने कोई और हमला किया, तो सभी बचे हुए बंधकों को तुरंत मार दिया जाएगा। पाकिस्तान के पास अब सिर्फ 20 घंटे बचे हैं। अगर कैदियों की अदला-बदली पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो हर बीतते घंटे के साथ बंधकों को बलूच नेशनल कोर्ट द्वारा दोषी ठहराकर मौत की सजा दी जाएगी।”
Train Hijack:कौन हैं बंधक?
BLA के अनुसार, उनके कब्जे में जो बंधक हैं, वे सभी पाकिस्तानी सेना, पुलिस, फ्रंटियर कॉर्प्स और अन्य सुरक्षा बलों के जवान हैं। पाक सेना की कार्रवाईइस बीच, पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया है कि उन्होंने अब तक 190 यात्रियों को छुड़ा लिया है और 30 उग्रवादियों को मार गिराया है। हालांकि, रिपोर्ट्स के अनुसार, कई बंधकों की मौत हो चुकी है।
Train Hijack:सैन्य कार्रवाई के बीच बढ़ा तनाव
BLA ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर सेना कोई कार्रवाई करती है, तो बंधकों को मौत की सजा दी जाएगी। आज सुबह उग्रवादियों ने बयान जारी कर कहा कि अगर उनकी मांगें 24 घंटे के भीतर नहीं मानी गईं, तो बंधकों पर “राज्य द्वारा किए गए अत्याचार, उपनिवेशवाद, नरसंहार, शोषण और बलूचिस्तान में युद्ध अपराधों” के आरोप में मुकदमा चलाया जाएगा। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि पाकिस्तान सरकार इस संकट से निपटने के लिए क्या कदम उठाती है।