रांची। एक से बढ़कर एक आयुर्वेदिक औषधियों से धरती भरी पड़ी है. उनके बारे में जानकारी न होने के कारण कहीं ये औषधीयां घर की शोभा बढ़ाती है तो कहीं जंगल झाड़ के रूप में पड़ी रहती है. आज हम एक ऐसी औषधि के बारे में बात करेंगे, जो बिल्कुल अपने नाम के आधार पर काम करती है. जी हां गुड़मार गुड़ के मिठास को जो मार दे, उसी को गुड़मार औषधि कहते हैं. यह औषधि शुगर, बीपी, स्नेक बाइट, मोटापा, लिवर, पीसीओडी और त्वचा जैसी कई गंभीर बीमारियों में बेहद लाभकारी होती है.

Gudmar या Gurmar को उच्च शर्करा के स्तर के लिए एक जादुई उपाय माना जाता है क्योंकि यह अत्यधिक प्रभावी है. यह शरीर में इंसुलिन के स्तर को बढ़ाकर रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है. यह खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को कम करके और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाकर कोलेस्ट्रॉल को प्रबंधित करने में मदद करता है. ये औषधि भारत में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में पाई जाती है. इसके अलावा ये ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और चीन जैसे देशों में भी मिल जाती है. शुगर कंट्रोल करने के लिए ये औषधि काफी गुणकारी है. गुड़मार में एंटी-डायबिटिक गुण या एंटी एथेरोस्लेरोटिक गुण होते हैं. ये डायबिटीज के साथ अन्य बीमारियों के लिए फायदेमंद हैं. ये औषधि टाइप 2 डायबिटीज वाले मरीजों के लिए बेहद गुणकारी है.

ऐसे करें गुड़मार का सेवन
रिपोर्ट्स के अनुसार गुड़मार की पत्तयों का सेवन करने के एक घंटे बाद तक मिठास का स्वाद खत्म हो जाता है. गुड़मार की पत्तियों का सेवन खाली पेट चबाकर कर सकते हैं. पत्तियों का सेवन करने के बाद एक गिलास पानी का सेवन करें. ये आपके शुगर लेवल को न केवल कम करता है बल्कि शुगर लेवल को दिनभर बढ़ने भी नहीं देता है. गुड़मार की पत्तियों का सेवन रोजाना चबाकर कर सकते हैं.

गुड़मार के फायदे
कोलेस्ट्रोल – गुड़मार में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. ये कोलोस्ट्रोल लेवल को कंट्रोल में रखते हैं. ये मीठा खाने की तलब को भी कम कर करता है.
ब्लड प्रेशर- गुड़मार में जिम्नेमिक नाम का एक एसिड होता है. ये हमारे शरीर में मौजूद प्रोटीन एंजियोटेंसिन की गतिविधि को रोकने में मदद करता है. इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है.
गुड़मार त्वचा के लिए है लाभकारी – गुड़मार के सेवन से त्वचा संबंधित कई समस्याएं भी दूर होती हैं. इसके कैप्सूल में बैक्टीरियल -रोधी गुण होते हैं. गुड़मार का सेवन करने से त्वचा पर सफेद दाग की समस्याएं दूर होती है.
पीलिया – गुड़मार का सेवन पीलिया के इलाज के लिए भी किया जाता है. तमिलनाडु के कुछ क्षेत्र की जनजातियां गुड़मार की पत्तियों का सेवन पीलिया के इलाज के लिए करती हैं.
अन्य समस्या – गुड़मार का इस्तेमाल अस्थमा, आंखों की समस्या, कब्ज,अपच, माइक्रोबियल संक्रमण, कोर्डियोपैथी, हाइपरकोलेस्टेरोलिया आदि की समस्या के लिए लाभदायक है.

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