जमुई।सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों की मनमर्जी किसी से छुपी नहीं है। कभी डाक्टरों की गैर मौजूदगी, तो कभी सुविधाओं का अभाव…। ऐसा ही एक मामला जमुई में सामने आया। जहां डाक्टरों के नहीं रहने से परेशान मरीजों ने सीधे डीसी को ही फोन खड़का दिया। मामला जमीइ के सदर अस्पताल का है। दरअसल सदर अस्पताल के ओपीडी कक्ष में सुबह से दोपहर तक मरीजों की लंबी लाइन लगी रही।

ओपीडी में डाक्टर ही नहीं थे। एक दो नहीं पूरे पांच घंटे तक इंतजार के बाद मरीजों का सब्र टूटा तो, मरीज ने सीधे जमुई के डीसी राकेश कुमार को ही फोन मिला दिया। ये फोन 60 साल की वृद्ध महिला मरीज व सहुर गांव निवासी उषा देवी ने किया। डीएम राकेश कुमार के सरकारी नंबर पर कॉल आते ही तत्काल उन्होंने कॉल रिसीव किया। महिला ने कहा, “साहब वह इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंची थी, लेकिन सुबह से दोपहर हो गए लेकिन ओपीडी में डॉक्टर साहब नहीं पहुंचे हैं” जिस कारण दर्जनों मरीज लाइन में लगे हैं। जिसमें कई मरीजों की हालत बिगड़ रही है।

वृद्ध महिला की बात सुनते ही डीएम आक्रोशित हो गए और तुरंत सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर सैयद नौशाद अहमद को फोन लगाया। जमकर डांट फटकार लगाई। साथ ही लाइन में बैठे सभी मरीजों का जल्द इलाज नहीं करने पर कार्रवाई की बात कही। डीएम राकेश कुमार की फटकार के बाद डीएस डॉ. सैयद नौशाद अहमद दौड़ते हुए एक चिकित्सक के साथ ओपीडी कक्ष पहुंचे। खुद से ओपीडी कक्ष में लाइन में बैठे मरीज का इलाज किया। इतना ही नहीं, एक अन्य चिकित्सक डॉक्टर नागेंद्र कुमार भी पहुंच गए।

पांच घंटे से ओपीडी में एक भी चिकित्सक नहीं थे, वही डीएम के फटकार के बाद तीन चिकित्सक पहुंच गए और मरीजों का इलाज किया।बता दें कि 4 मार्च को भी मरीज की सूचना पर डीएम राकेश कुमार पहुंचे थे। जहां चिकित्सक के गायब रहने पर उन्होंने अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर सैयद नौशाद अहमद को फटकार लगाई थी। इधर अस्पताल प्रबंधन की तरफ से अब इस मामले में सफाई दी जा रही है।

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