नयी दिल्ली । IPS अमित सिन्हा ने 51 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर की वेट लिफ़्टिंग चैंपियनशिप में क्वॉलिफाई करके इतिहास रच दिया है। 1997 बैच के IPS सिन्हा इससे पहले 12 से 16 जुलाई के बीच विशाखापट्टनम में आयोजित हुई ‘ऑल इंडिया मास्टर्स क्लासिक पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप’ में 105 किलोग्राम भारवर्ग में 435 किलोग्राम वज़न उठाकर गोल्ड मेडल हासिल किया था। अब वो ‘वर्ल्ड क्लासिक एंड इक्विप्ड मास्टर्स पावरलिफ़्टिंग चैंपियनशिप’ में शामिल होंगे। ये प्रतियोगिता 8 से 15 अक्तूबर के बीच मंगोलिया के उलान बतोर शहर में आयोजित होगी।

अमित सिन्हा का जन्म बिहार में हुआ. उन्होंने पटना के सेंट जेवियर्स स्कूल में शुरुआती शिक्षा के बाद आईआईटी रुड़की में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। एक दोस्त के बड़े भाई को देखकर उन्होंने वेट लिफ़्टिंग में हाथ आज़माना शुरू किया। इसके बाद 1990 से 1994 तक आईआईटी की पढ़ाई के दौरान उन्होंने न सिर्फ़ कई मेडल जीते, बल्कि यूनिवर्सिटी रिकॉर्ड्स भी तोड़े। इनमें बिट्स पिलानी में इंटर-यूनिवर्सिटी में जीते गए दो गोल्ड और दो सिल्वर मेडल शामिल हैं।

वेट लिफ़्टिंग के साथ ही पेंटिंग और गाने-बजाने का शौक रखने वाले अमित सिन्हा इस समय उत्तराखंड पुलिस में एडीजी एडमिन के पद पर तैनात हैं। विशाखापट्टनम में आयोजित हुई प्रतियोगिता की मास्टर्स श्रेणी में खेलने के लिए न्यूनतम उम्र सीमा 40 साल है. इस इवेंट में 40-50, 50-60 और 60 से 70 उम्र वर्ग वाले लोग हिस्सा ले सकते थे।

अमित सिन्हा साल 2017 से 2021 तक आईटीडीए (सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी) के निदेशक भी रहे हैं। पुलिस अधिकारी बताते हैं कि अमित सिन्हा के कार्यकाल में ही उत्तराखंड पुलिस में स्वान (स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क) को शामिल किया गया था. इसे सॉफ़्टवेयर डिफ़ाइंड स्वान (SDWAN) में बदला गया, जो उस समय बिल्कुल नई चीज़ थी। इससे ज़्यादातर बैठकें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होने लगीं और पुलिस अधिकारियों के आने-जाने, खाने-ठहरने पर ख़र्च होने वाला पैसा ही नहीं बचा, समय भी बचा।

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