There was a lot of uproar on the question of contract workers, asked – when will the contract term end?

रांची। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन विपक्षी भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया, सदन के बाहर और भीतर भाजपा विधायक ने जमकर सरकार पर आरोप लगाए। मालूम हो की युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ को लेकर लगातार विपक्षी विधायक हमलावर है। जिस कारण सदन सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है।

अनुबंध कर्मियों का मुद्दा उठाया

विधायक अनंत ओझा ने कहा कि राज्य के युवाओं के भविष्य के साथ वर्तमान सरकार खिलवाड़ कर रही है. अनुबंध शब्द को समाप्त करने का वादा कर सत्ता में आई सरकार में न सिर्फ अनुबंध बल्कि अब थर्ड पार्टी बहाली की जा रही है. बिरंची नारायण सहित अन्य विधायकों ने भी इसे लेकर सरकार को घेरा.

क्या है मुद्दा

मालूम हो कि राज्यभर के अनुबंधकर्मी सेवा नियमितिकरण की मांग को लेकर लगातार आंदोलनरत है। हेमंत सोरेन अपने कार्यकाल से पूर्व अनुबंध कर्मियों का भरोसा जीत कर सरकार में आई थी,उन्होंने वायदा किया था की हमारी सरकार बनते हीं अनुबंध कर्मियों की सेवा नियमित की जाएगी। उनका स्थाई समाधान खोजा जाएगा। इसके बावजूद सरकार ने अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई है जिससे राज्यभर के अनुबंध कर्मी खासे नाराज चल रहे हैं।

बार-बार धरना प्रदर्शन के कारण सरकार के अलग-अलग विभागों में कामकाज प्रभावित हो रहा है इसके बावजूद सरकार कोई ठोस कार्रवाई करने की दिशा में कदम नहीं उठा रही। साथ ही अब सरकार की तरफ से एजेंसी के माध्यम से नियुक्ति कराने को लेकर भी सरकार को घेरा।जिसे बीजेपी विधायक ने युवाओं के भविष्य के साथ विश्वासघात का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।

सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया. हाथ में बैनर तख्ती लिए भाजपा विधायकों ने दुमका के डीआईजी और धनबाद के पूर्व एसएसपी संजीव कुमार के अवैध कार्यों की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की. खासकर विधायक ढुलू महतो ने कहा कि धनबाद के पूर्व एसएसपी के कारनामों की जांच सीबीआई से कराई जाए.

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