पटना। नये साल से आंगनबड़ी सेविका-सहायिका चयन की प्रक्रिया बदल जायेगी। समाज कल्याण विभाग ने चयन को लेकर नयी अधिसूचना जारी कर दी है। अब सिर्फ मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान से इंटर अथवा समकक्ष उत्तीर्ण होना आवश्यक होगा। पोर्टल पर आनलाइन आवेदकों को मान्यता प्राप्त संस्थान से डिग्री नहीं होने पर कठिनाई होगी।

उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी बनेगी। जिसमें कलेक्टर द्वारा नामित अनुसूचित जाति, जनजाति विभाग के पदाधिकारी बतौर सदस्य और जिला प्रोग्राम पदाधिकारी सचिव होंगे। मेधा सूची जारी होने पर 15 से 30 दिनों का वक्त आपत्ति दर्ज कराने के लिए मिलेगा।

राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं की नियुक्ति के लिए योग्यता से लेकर सारी प्रक्रिया को ही बदल दिया है। पहले आंगनबाडी सेविका के लिए न्यूनतम योग्यता मैट्रिक पास थी। सरकार ने इसे बढ़ा कर इंटरमीडिएट कर दिया है। यानि 12वीं पास महिला ही आंगनबाडी सेविका बन पायेगी. वहीं आंगनबाड़ी सेविका के लिए न्यूनतम योग्यता पहले 8वीं पास था. लेकिन इसे बढ़ा कर मैट्रिक कर दिया गया है. इसके अलावा बहाली की सारी प्रक्रिया ही बदल दी गयी है ताकि घूसखोरी पर लगाम लग सके।

देखिये अब कैसे होगी आंगनबाडी सेविका और सहायिका की बहाली

  • अभ्यर्थियों को चयन के लिए ऑनलाइन आवेदन देना होगा।
  • हर जिले में DDC की अध्यक्षता में कमेटी का गठन होगा, जो आवेदनों की जांच करेगा।
  • आवेदनों के आधार पर मेधा सूची बनेगी. सबसे ज्यादा योग्यता वाली महिला को सबसे पहले मौका दिया जायेगा।
  • अगर दो अभ्यर्थियों की समान योग्यता होगी तो उनमें जिसे ज्यादा मार्क्स आये होंगे उसका चयन होगा।
  • मेधा सूची को तैयार करने के बाद उसे सार्वजनिक किया जायेगा। अगर किसी को आपत्ति होगी तो उसे शिकायत करने का मौका दिया जायेगा।
  • आपत्तियां दूर कर फाइनल सूची बनेगी और उस आधार पर पंचायत की आमसभा में चयनित महिला को नियुक्ति पत्र दिया जायेगा।
  • आवेदन के लिए न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम उम्र 35 साल होगी।
  • किसी वार्ड के आंगनबाडी केंद्र में उसी वार्ड में रहने वाली महिला का चयन होगा। इसके लिए सक्षम पदाधिकारी से आवासीय प्रमाण पत्र भी लेना होगा।

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