धनबाद : उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री वरुण रंजन ने आज समाज कल्याण विभाग की समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में उन्होंने आंगनवाड़ी के बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा देने के लिए महिला पर्यवेक्षकों की टीम बनाने का निर्देश जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया।

उपायुक्त ने कहा कि आंगनवाड़ी में आने वाले बच्चे जब आंगनबाड़ी से बाहर निकले तो उन्हें पढ़ने लिखने आना चाहिए। इसी उद्देश्य से आंगनवाड़ी शुरू की गई है।

साथ ही कहां कि कुपोषित बच्चों को कुपोषण से बाहर लाने के लिए पोषण ट्रैक्टर एप शुरू किया गया है। कुपोषित बच्चों को कुपोषण से बाहर लाने के लिए अभियान चलाए। बच्चों के स्वास्थ्य की निगरानी करने के लिए नियमित रूप से उनका हेल्थ चेकअप करें।

बैठक में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि धनबाद सदर के लिए सेविका एवं सहायिका का जो चयन हुआ है इसका प्रस्ताव अभी तक सीडीपीओ ने नहीं भेजा है। इस पर उपायुक्त ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को संबंधित सीडीपीओ को शो कोज कर, वेतन रोकने का निर्देश दिया।

बैठक में उपयुक्त में सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की।

बैठक में उपायुक्त श्री वरुण रंजन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती स्नेह कश्यप सहित विभिन्न प्रखंडों की सीडीपीओ मौजूद थी।

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