रांची। झारखंड में खाली पड़े पदों पर जल्द ही हेडमास्टरों की भर्ती होगी। हाईस्कूल में ये पद प्रमोशन से भरे जायेंगे। वर्तमान में राज्य में 1626 स्कूलों में स्थायी प्रधानाध्यापक नहीं है। शिक्षा विभाग के आंकड़े बताते हैं कि 1663 स्कूलों में से 37 सकूलों में ही अभी स्थायी प्रधानाध्यापक हैं। बाकी बचे 1626 हाई स्कूल प्रभारी प्रधानाध्यापक के भरोसे चल रहे हैं। इस मामले में माध्यमिक शिक्षा निदेशक सुनील कुमार ने सभी डीईओ से रिपोर्ट तलब की है।

आपको बता दें कि अगर प्रमोशन होता है तो राज्य गठन के बाद ये पहली बार प्रमोशन होगा। 1995 के बाद किसी की भी पदोन्नति नहीं हुई है। 1995 के बाद अपनी सेवा के 12 साल देने के बाद भी शिक्षक वरीय वेतनमान और 24 साल की सेवा के बाद प्रवर वेतनमान का लाभ से वंचित हैं। विभाग की लेटलतीफी की वजह से कई शिक्षक तो बिना प्रमोशन के ही रिटायर हो चुके हैं।

राज्य सरकार ने हाईस्कूल के स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की रिपोर्ट तलब की है। हाईस्कूलों में स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, जिनकी योग्यता स्नाकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक की है। उनकी सर्विस बुक पिछले पांच साल के कार्यकलाम का विवरण भी मांगा गया है। साथ ही शिक्षकों के खिलाफ अगर कोई शिकायत हो तो उसकी जानकारी मांगी गयी है। वहीं सत्यापित शैक्षमिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जानकारी भी देनी होगी। रिपोर्ट के आधार पर प्रमोशन की प्रक्रिया शुरू की जायेगी।

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