रांची एसएसपी ने पुलिसकर्मियों के कैजुअल ड्रेस पहन कर आने के मामले को गंभीरता से लिया है वर्दी में दफ्तर नहीं आने वाले पुलिस अधिकारियों और जवानों पर अनुशासन का डंडा चलेगा। एसएसपी को पुलिसकर्मी के वर्दी में नहीं आने की लगातार शिकायतें मिल रही थी। इसके बाद रांची एसएसपी ने इस बाबत आदेश जारी किया। एसएसपी कार्यालय और अधीनस्थ सभी कार्यालय में पुलिस अधिकारी व कर्मी सभी कार्य दिवस को प्रथम पाली में पूर्ण वर्दी पहनकर अपने कार्यों का निष्पादन करेंगे। सभी शाखा प्रभारी, डीएसपी, डीएसपी कार्यालय को अनुपालन के लिए सख्त निर्देश दिया गया है।साथ ही वर्दी में नही आने वालों पर कार्रवाई होगी।
जानकारी के अनुसार अधिकतर पुलिसकर्मी ऑफिसों में बिना वर्दी के सादा ड्रेस में नजर आते थे। इससे पुलिस कर्मियों की छवि पर असर पड़ता है। इसलिए नए आदेशों के तहत पुलिस कर्मियों को पूरी वर्दी में आना होगा। आधिकारिक जानकारी के अनुसार जारी आदेश में अब कोई भी पुलिसकर्मी और अफसर ऑफिस में सादा ड्रेस पहनकर नहीं आएगा। अफसरों का मानना है कि सादा ड्रेस पहन कर आना विभाग की गरिमा के अनुकूल नहीं है। राजकीय कार्यालय की गरिमा के अनुरूप ही लोकसेवकों की वेशभूषा होना जरूरी है।
क्या कहता है सर्विस एक्ट
सर्विस एक्ट के अनुसार अधिकारी से लेकर सिपाही तक को ड्यूटी के दौरान तय वर्दी में रहना होता है। कभी भी कोई भी वरिष्ठ अधिकारी निरीक्षण कर सकता है। उस समय पुलिस कर्मियों के वर्दी में ना होने ,अधूरी वर्दी या गलत तरीके से वर्दी पड़ने पर सजा का प्रावधान है। अगर कोई पुलिस की वर्दी में नहीं है तो अधिकारियों को सैल्यूट भी नहीं कर सकता है। ड्यूटी के दौरान या ड्यूटी पॉइंट पर वर्दी में ना मिलने पर वरिष्ठ अधिकारी संबंधित कर्मचारी पर अनुशासनात्मक कार्यवाही भी कर सकता है।