Sweden । दुनिया में तरह-तरह की प्रतियोगिताएं होती हैं, जिसमें दुनियाभर से लोग हिस्सा लेते हैं. क्रिकेट, फुटबॉल और बैडमिंटन आदि तो आम खेल हैं, जिनके बारे में हर कोई जानता है, हर कोई खेलता भी है, लेकिन आजकल एक अजीबोगरीब खेल दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है. ये खेल स्वीडन में खेला जाएगा, जिसे ‘सेक्स प्रतियोगिता’ कहा जा रहा है. जी हां, सेक्स (SEX) भी अब खेल बन गया है और इसे खेल के रूप में पहचान देने वाले देश का नाम स्वीडन है. आधिकारिक रूप से इस प्रतियोगिता का नाम ‘स्वीडन यूरोपियन सेक्स चैंपियनशिप’ रखा गया है.

यूं तो स्वीडन में लोग फुटबॉल और आइस हॉकी खूब खेलते हैं. इन खेलों का वहां क्रेज है, लेकिन अब तो स्वीडन ने सेक्स को भी एक खेल के रूप में मान्यता दे दी है. यह देश आने वाले 8 जून से इस अजीबोगरीब खेल की मेजबानी करने जा रहा है. दिलचस्प बात ये है कि करीब 20 देशों के कैंडिडेट्स ने इस खेल में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन भी करा लिया है.

Sex को खेल के रूप में दी मान्यता

प्यार भले ही खेल ना हो मगर Sex है. अपने देश में नहीं, बल्क़ि स्वीडन में. इस यूरोपीय देश में अब सेक्स (Sex) को खेल के रूप में पहचान मिल गई है. स्वीडन सेक्स को खेल के रूप में रजिस्टर करने वाला पहला देश बन गया है. साथ ही, स्वीडन पहली ‘यूरोपियन सेक्स चैंपियनशिप’ (European Sex Championship) की मेज़बानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है.

45 मिनट की होगी प्रतियोगिता

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह खेल यानी सेक्स प्रतियोगिता कई हफ्तों तक चलेगी. हर दिन 6 घंटे तक तक चलने वाली इस चैंपियनशिप में हर प्रतिभागी को 45 मिनट का समय दिया जाएगा, ताकि वह मुकाबले के लिए खुद को पूरी तरह से तैयार कर सके.

चैंपियनशिप में कौन-कौन से होंगे स्टेज

रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूरोपियन सेक्स चैंपियनशिप में कुल 16 प्रतियोगिताओं को शामिल किया गया है, जिसमें सिडक्शन से लेकर ओरल सेक्स, पेनिट्रेशन, बॉडी मसाज, पोजिशन चेंज और पोजिशन में क्रिएटिविटी आदि शामिल हैं. इस खेल में विजेता का फैसला जज के साथ-साथ दर्शक भी करेंगे. 30 फीसदी वोट जजों के लिए रिजर्व किया गया है, जबकि 70 फीसदी वोट का फैसला दर्शकों करेंगे. इन दोनों के वोट का पहले मूल्यांकन किया जाएगा और उसके आधार पर ही विजेता के नाम की घोषणा की जाएगी.

क्या होगा इस खेल से फायदा?

ड्रैगन ब्राटिक (Dragan Bratych) को स्वीडिश फेडरेशन ऑफ सेक्स का प्रेसीडेंट बनाया गया है. उनका कहना है कि शारीरिक संबंध बनाने को एक खेल के रूप में मान्यता इसलिए दी गई है, क्योंकि इससे शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा सेक्स के प्रति लोगों के मन में जो नकरात्मक विचार फैले हुए हैं, वो भी इससे दूर होंगे.

कैसे चुना जाएगा विजेता?

पार्टिसिपेंट्स की बात करें तो अब तक इस चैंपियनशिप के लिए विभिन्न देशों के 20 लोगों ने आवेदन किया है. वहीं तीन जूरी और दर्शकों की रेटिंग के जरिए ही विजेता को चुना जाएगा. प्रत्येक विषय में, प्रतिभागी 5 से 10 अंक के बीच स्कोर कर सकते हैं. प्रतियोगी 16 विषयों में कंपीट करेंगे. इसमें सिडक्शन से लेकर बॉडी मसाज तक कई चीजें शामिल हैं.

सेक्शुअल ओरिएंटेशन का स्ट्रेटेजिक रोल’

ये यूरोपीय सेक्स चैम्पियनशिप डायवर्सिटी को महत्व देती है और किसी भी जेंडर को इस चौंपियनशिप में हिस्सा लेने का अधिकार देती है. आयोजकों ने जोर देकर कहा है कि सेक्शुअल ओरिएंटेशन (यौन आकर्षण) इस खेल में एक स्ट्रेटेजिक रोल निभा सकता है. उनका मानना ​​है कि भविष्य में अन्य यूरोपीय देशों द्वारा इसे अपनाया जाएगा.

चैंपियनशिप आयोजन के पीछे दिया ये तर्क

प्रतियोगिता के आयोजक ने कहा, “खेल स्ट्रेटजी के हिस्से के रूप में सेक्शुअल ओरिएंटेशन यूरोपीय देशों के बीच एक महत्वपूर्ण विकास होगा.” स्वीडिश फेडरेशन ऑफ सेक्स के अध्यक्ष ड्रैगन ब्रैटिक ने कहा कि एक खेल के रूप में सेक्स की मान्यता बहुत जरूरी थी. उन्होंने सेक्शुअल एक्टिविटी के माध्यम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार की संभावना पर प्रकाश डाला. ” ब्राटिक ने मीडिया को समझाया- किसी भी अन्य खेल की तरह, सेक्स में जीतने के लिए ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है. इसलिए, लोगों के लिए इस डोमेन में भी कंपटीशन होना लॉजिकल है.”

क्या है सेक्शुअल ओरिएंटेशन?

अलग-अलग इंसान अलग-अलग सेक्शुअल ओरिएंटेशन महसूस कर सकते हैं. जैसे विपरीत सेक्स की ओर आकर्षण, दूसरा अपने ही सेक्स की ओर आकर्षण या फिर दोनों की ही ओर आकर्षण. इसके अलावा भी ये कई प्रकार के होते है. लेकिन आज भी बड़ी संख्या में लोग स्ट्रेट यानी अपोजिट जेंडर के लिए आकर्षित होने वाले लोगों को ही सामान्य मानते हैं.

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...