नई दिल्ली। ठंड की दस्तक के साथ ही देश की राजधानी में प्रदूषण ने जीना मुहाल कर दिया है। दीवाली में अभी करीब 10 दिन शेष हैं, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की हवा दमघोटू हो गई है। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने प्रीस्कूल, प्री-प्राइमरी और प्राइमरी कक्षाएं दो दिन बंद रखने का आदेश दिया है। 03 और 04 नवंबर को स्कूल बंद रहेंगे। इस दौरान छात्रों के लिए कक्षाएं ऑनलाइन मोड में आयोजित की जाएंगी। हालांकि, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए स्कूल खुले रहेंगे।

दिल्ली का एक्यूआई 400 को पार कर गया है। एनसीआर के शहर रेड जोन में पहुंच गए हैं। पराली जलाने की घटनाओं के कारण मौसमी परिस्थितियां भी प्रतिकूल होने लगी हैं। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने एनसीआर से संबंधित राज्य सरकारों को निर्देश दिया है कि यदि वे चाहें तो बीएस-तीन पेट्रोल और बीएस-चार डीजल के चार पहिया वाहनों पर रोक लगा सकती हैं। ग्रेप के तीसरे चरण को भी सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है, ताकि प्रदूषण को ज्यादा बढ़ने से रोका जा सके।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर पोस्ट साझा कर बताया कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। जिसे देखते हुए दिल्ली में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल अगले दो दिनों तक बंद रहेंगे।
गुरुवार को एक बार फिर एनसीआर में दिल्ली की हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई। सफर इंडिया के अनुसार गुरुवार सुबह दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 346 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है। वहीं, नोएडा में दोपहर 12 बजे समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 695 पर जा पहुंचा। कई लोगों ने आंखों में जलन तक की शिकायत की।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...