रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सोमवार को प्रोजेक्ट भवन में समीक्षा बैठक चल रही है। इस मीटिंग में सभी जिलों के डीसी और विभागीय सचिव मौजूद हैं। जिलों में चल रही विभिन्न विभागों की विकास और कल्याणकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत की समीक्षा की जा रही है।

बैठक में मौजूद डीसी एवं विभागीय सचिव

मुख्यमंत्री की इस समीक्षा बैठक में सबसे पहले ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण विकास विभाग के 6 प्रमुख योजनाओं की समीक्षा की गई। इसके तहत मनरेगा, मनरेगा के तहत नियुक्ति की प्रक्रिया, बिरसा हरित ग्राम योजना, वीर शहीद पोटो हो विकास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर आवास योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कम बारिश की वजह से इस वर्ष सूखे की स्थिति है। ऐसे में किसानों, मजदूरों का पलायन नहीं हो, इसका विशेष ख्याल रखा जाए। ज्यादा से ज्यादा रोजगार सृजित किया जाए और योजनाओं का क्रियान्वयन बड़े पैमाने पर हो। उन्होंने कहा कि योजनाओं की जियो मैपिंग भी कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं का स्थल निरीक्षण भी किया जाएगा।

समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश

  • हर गांव में कम से कम 5 नई योजनाओं को अविलंब शुरू करें।
  • अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति को मनरेगा कार्यों में प्राथमिकता दें।
  • मनरेगा में 50% महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करें।
  • मनरेगा कार्यों में जेसीबी का इस्तेमाल नहीं हो।
  • फर्जी मास्टर रोल पर अविलंब रोक लगे।
  • मनरेगा के तहत ससमय कार्य का अवलोकन करें और समय पर मजदूरी का भुगतान सुनिश्चित करें।
  • ज्यादा से ज्यादा मानव दिवस का सृजन करें ताकि पलायन नहीं हो।

मुख्यमंत्री ने खनन वाले इलाकों में एक करोड़ के तक की योजनाओं का कार्य स्थानीय लोगों को देने के दिए गए। निर्देश के आलोक में उठाए गए कदमों की जानकारी ली। उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, कार्मिक सचिव श्रीमती वंदना डाडेल और मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे समेत सभी विभागों के प्रधान सचिव/ सचिव तथा सभी जिलों के उपायुक्त उपस्थित हैं। समीक्षा बैठक विभागवार जारी है।

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