Registration for Char Dham Yatra: चार धाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन शुरू, जानिए पूरी प्रक्रिया!

Registration for Char Dham Yatra: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा और हेमकुंड साहिब यात्रा का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 20 मार्च 2025 से शुरू हो गया है, और अब तक बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन किया है। खासतौर पर, केदारनाथ धाम के लिए सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुआ है, जिससे यह साफ है कि इस साल यात्रा के प्रति तीर्थ यात्रियों की उत्सुकता काफी अधिक है। 20 मार्च को सुबह 7 बजे से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हुई थी, और शाम तक लगभग 1,65,292 तीर्थ यात्रियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा लिया। इससे यह भी जाहिर होता है कि यात्रा में आने वाली भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है। यात्रियों को इस सुविधा के माध्यम से यात्रा के दौरान उनकी सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।

Registration for Char Dham Yatra: कब से खुल रहे हैं चार धाम?

  • गंगोत्री और यमुनोत्री धाम – 30 अप्रैल
  • केदारनाथ धाम – 2 मई
  • बद्रीनाथ धाम – 4 मई
  • हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा – 25 मई

Registration for Char Dham Yatra: कैसे करेंगे रजिस्ट्रेशन?

हेमकुंड साहिब और चार धाम की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होता है। रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन दोनों माध्यमों से की जा रही है। अगर आप ऑनलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते हैं, तो इस प्रक्रिया की पूरी जानकारी आगे दी जा रही है –

  • सबसे पहले उत्तराखंड पर्यटन विभाग की आधिकारिक वेबसाइटhttps://traveltrade.uttarakhandtourism.gov.inपर जाएं।
  • यहां signup करें। इसके लिए नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, राज्य, जिला, शहर आदि जानकारियां मांगी जाएंगी।
  • अगर आपने पहले ही उत्तराखंड पर्यटन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर अपना प्रोफाइल बनाया हुआ है तो मोबाइल नंबर और पासवर्ड के जरिए लॉगइन कर लें।
  • इसके बाद रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन पत्र भरना होगा, जिसके लिए आपका आधार नंबर भी मांगा जाएगा। इसलिए आवेदन करते समय अपना आधार कार्ड अपने पास रखें।

Registration for Char Dham Yatra: व्हाट्सऐप के माध्यम से करें रजिस्ट्रेशन

इंडिया टीवी की मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार आप चाहे तो व्हाट्स ऐप के माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इसके लिए आपको व्हाट्सऐप नंबर +91 8394833833 पर ‘Yatra’ लिखकर भेजना होगा। इसके बाद आगे दिये निर्देशों का पालन करते हुए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं। इसके अलावा टूरिस्ट केयर उत्तराखंड मोबाइल ऐप के माध्यम से भी आप चार धाम अथवा हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। यह मोबाइल ऐप आप गूगल प्ले स्टोर से आसानी से डाउनलोड कर सकेंगे।

Registration for Char Dham Yatra: ऑफलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन

ऑफलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आपको संबंधित ऑफिस में जाना पड़ेगा। चार धाम की यात्रा या हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा की यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन आप हरिद्वार या ऋषिकेश में स्थित रजिस्ट्रेशन ऑफिस में जाकर पूरा कर सकते हैं अथवा ट्रांजिट कैंप में भी ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध करवायी जाएगी। हेली यात्रा का टिकट बुक करने के लिएheliyatra.irctc.co.inपर जाएं।

Registration for Char Dham Yatra: चार धाम की यात्रा पर जाने से पहले तीर्थ यात्री ध्यान दें

  • रजिस्ट्रेशन के समय मोबाइल नंबर सही डाले।
  • यात्रा के लिए जाते समय ऊनी कपड़े तो रखें। साथ में छाता और रेनकोट भी जरूर रखें।
  • अगर साथ में कोई वरिष्ठ नागरिक भी जाने वाला है तो उनके स्थास्थ्य की जांच करवा लें।
  • आप नियमित रूप से जिन दवाईयों का सेवन करते हैं, यात्रा के समय उन्हें साथ में जरूर ले जाएं।
  • यात्रा मार्ग पर कचरा ना फैलाएं।
  • अगर यात्रा के दौरान या बीच में जरा सा अस्वस्थ महसूस करते हैं तो अपनी यात्रा को तुरंत टाल दें और वापस लौट आएं।

Registration for Char Dham Yatra: अधिक जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं –

  • टोल फ्री नंबर – 0135-1364
  • फोन नंबर – 0135-2559898, 2552627
  • ई-मेल – touristcare.uttarakhand@gmail.com

यात्रा पथ में तीर्थ यात्रियों की गाड़ियों की जांच करने के लिए दो चेकपोस्ट बनाए जाएंगे। इनमें से एक कटापत्थर और दूसरा हरबर्टपुर बस अड्डा होगा। बताया जाता है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए हरबर्टपुर बस अड्डा पर भी एक काउंटर खोला जा सकता है। पिछले साल तीर्थ यात्रियों की हुई अत्यधिक भीड़ को ध्यान में रखते हुए इस साल पहले से ही इंतजामों को बेहतर बनाने में उत्तराखंड की सरकार जुट गयी है।जामताड़ा : पेट्रोल पंप कर्मचारी की गोली मारकर हत्या,…बदमाश कैश लूटकर फरार…जाने क्या है हत्या की वजह?

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