रांची : राजधानी रांची में हुए जमीन घोटाले मामले की जांच ईडी कर रही है। इस जमीन घोटाले मामले में ईडी की टीम ने 13 अप्रैल को आईएएस छवि रंजन समेत कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस मामलें में अब तक कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इस कार्रवाई के बाद से लोगों में जांच एजेंसियों पर भरोसा जगा है और अब लोग जमीन घोटाले मामले में ईडी कार्यालय पहुंच कर शिकायत दर्ज करा रहे है। सोमवार को कांके निवासी रविंद्र राय ने ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, जमीन माफिया पंकज सिंह, तत्कालीन डीसी, डीसीएलआर समेत कई लोगों पर संगीन आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है।

दर्ज शिकायत में लगे गंभीर आरोप

रविंद्र राय ने ईडी को अपनी लिखित शिकायत में बताया है कि हमारे जमीन पर पुलिस अधिकारियों के सहयोग से कब्जा कराया गया। इस कब्जे में ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने जमीन माफिया को सहयोग किया और हमें कहा गया कि यदि जिंदा रहना चाहते हो तो इस जमीन को छोड़कर चले जाओ। इसके अलावे ग्रामीण एसपी पर यह भी आरोप लगाया है कि खुद थाने में बैठकर मेरे ऊपर एससी-एसटी केस दर्ज करने का आदेश दिया गया और मुझे गलत तरीके से परेशान किया गया तथा जमीन पर आने से रोका गया।

पूर्व में भी लग चुके हैं आरोप

बता दे कि रांची पुलिस पर जमीन दलालों के साथ सांठगांठ के आरोप पूर्व में भी लग चुके हैं। जिस जमीन हेराफेरी की जांच ईडी कर रही है उस मामले में प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी. रांची पुलिस उस मामले को बंद कर दिया था, हालांकि ईडी के रेस होने के बाद एक बार फिर से रांची पुलिस मामले की जांच की तैयारी में है।

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