जमशेदपुर । राजकीय हरिजन मध्य विद्यालय भालूबासा, जमशेदपुर में झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, पूर्वी सिंहभूम की एक आपात बैठक रविवार को आयोजित की गई। विभिन्न शिक्षक समस्याओं के निराकरण हेतु जिलाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई| सर्वप्रथम संघ के राज्य प्रतिनिधि श्री स्वप्न मुंडा के असामयिक निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई ।आज निम्न शिक्षक समस्याओं पर गहन विचार विमर्श कर उचित निर्णय संघ द्वारा लिए गए—
1) सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के पत्रांक 619 (विधि) दिनांक 26/ 8 /2021 के आलोक में ग्रेड 3,4 एवं 7 में पद उपलब्धता की तिथि से वैचारिक प्रोन्नति देने का आदेश निर्गत है एवं माननीय उच्च न्यायालय झारखंड के द्वारा WP(S)4115/2021 के तहत भी इसे सही ठहराया गया है।

बावजूद सचिव स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने अपने ही पूर्व आदेश को नजरअंदाज करते हुए पत्रांक 770 (विधि) दिनांक 05/10/23 के द्वारा शिक्षकों को भूतलक्षी प्रभाव से प्रोन्नति नहीं देने का आदेश दिया है| सरकार सचिवालय कर्मियों एवं अपने अधिकारियों को भी भूतलक्षी प्रभाव से प्रोन्नति देने का आदेश निर्गत किया है| जबकि एक सिपाही भी 5 वर्षों में सिपाही से हवलदार बन जाता है परंतु शिक्षक योग्यता रखने के बाद भी जिस पद पर नियुक्त होते हैं इस पद एवं वेतनमान पर सेवानिवृत हो जाते हैं|

2) पीरामल फाउंडेशन द्वारा अपलोड की गई सरप्लस शिक्षकों की सूची जो ट्रांसफर पोर्टल पर अपलोड है उसमें अनेक खामियां व्याप्त है। सरप्लस शिक्षकों की सूची बनाते समय छात्र शिक्षक अनुपात व RTE मानक का ध्यान ही नहीं रखा गया है | अनेक शिक्षक नेटवर्क समस्या के कारण पोर्टल पर आवेदन ऑनलाइन नहीं कर सके |

डॉक्यूमेंट जांच के नाम पर दूर दराज के शिक्षकों को जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय बुलाकर बेवजह परेशान किया गया तथा गंभीर बीमारी से ग्रसित शिक्षकों को सिविल सर्जन कार्यालय जाने को कहा गया है| पूरी स्थानांतरण प्रक्रिया काफी जटिल है यदि लागू हुआ तो पूरे झारखंड के शिक्षा व्यवस्था रसातल में चले जाएगी| इस पूरी सूची को रद्द करते हुए अविलंब संशोधित सूची पोर्टल पर अपलोड किया जाए|


3) करीब 150 शिक्षक जो वर्ष 1994 में नियुक्त हुए थे का एक ही संवर्ग के कनीय शिक्षक का वेतन वरीय से अधिक होने पर समतुल्य वेतन का निर्धारण कर लेखा सत्यापन हेतु जिला लेखा कार्यालय में तीन माह से जमा है परंतु आज तक सत्यापन नहीं हो सका जिससे संबंधित शिक्षकों में रोष व्याप्त है|

4) ई विद्या वाहिनी में शिक्षकों द्वारा नेटवर्क की समस्या रहने पर महीने में कभी-कभी 5-10 मिनट उपस्थिति बनाने में विलंब हो जाता है फलस्वरूप निकासी एवं व्ययन पदाधिकारियों द्वारा संबंधित शिक्षक को बेवजह परेशान किया जाता है यदि विभाग का यही रवैया रहा तो शिक्षक अपने मोबाइल से उपस्थिति दर्ज नहीं करेंगे|

5) प्रतिदिन व्हाट्सएप पर नए-नए आदेश और तुरंत अनुपालन तथा अत्यधिक गैर शैक्षणिक कार्यों के चलते सरकारी शिक्षकों को दंडित कर मानसिक और बौद्धिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है इसे अविलंब रोका जाए|

6) 20 जनवरी 2024 को संघ का चिंतन शिविर सह वार्षिक मिलन समारोह जमशेदपुर में कराने का निर्णय लिया गया|
उपरोक्त समस्याओं का यथाशीघ्र निराकरण तथा शिक्षकों के मान-सम्मान की रक्षा के लिए सड़क से सदन तक वृहद आंदोलन की रूपरेखा तय की गई। आंदोलन की पहली कड़ी में सभी शिक्षक 10 दिनों के भीतर अपने-अपने क्षेत्र के विधायक महोदय से मिलकर उपरोक्त समस्याओं से अवगत कराएंगे यदि निराकरण न हुआ तो फिर धरना/ प्रदर्शन हेतु शिक्षक बाध्य होंगे|

आज के बैठक में अरुण कुमार, सुनील मुर्मू, कृष्ण चंद्र दास, रमाकांत शुक्ला, पीतम सोरेन,टीप्रु तीयु,
दुला राम मार्डी,रविंद्र नाथ सोरेन, बबन सिंह, मंजू कुमारी, शिवाजी सिंह ,बबन ओझा, राजेंद्र कर्ण, सविता कुमारी, बृजेश कुमार,जय कृष्ण झा ,शेखर कुमार, शाहिद इकबाल, अरुण कुमार दत्ता, खाटू सोरेन,महेन्द्र हांसदा,सुषमा कुमारी, सुजीत मिश्रा ,अशोक शर्मा, देवेंद्र सिंह, अनिल बिहारी, ज्ञान रंजन ,धीरज बाग ,संदीप सरकार ,गौतम साहू ,कृष्ण मोहन ठाकुर ,राम सुचित सिंह एवं रामजीत भगत आदि सैकड़ो शिक्षक उपस्थित थे|

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