पलामू। रिटायर 13 इंजीनियरों को गिरफ्तारी का डर सता रहा है। नौकरी के दौरान लाखों का भ्रष्टाचार करने वाले इंजीनियरों को पुलिस शिद्दत से तलाश रही है। इन इंजीनियरों की पुलिस अगर गिरफ्तारी नहीं करती है तो जल्द ही सभी के घरों की कुर्की जब्ती होगी। पुलिस इन सभी के खिलाफ पहले ही एफआईआर कर चुकी है, वहीं हाजिर होने केलिए पुलिस नोटिस भी जारी कर चुकी है। हालांकि पहले भ्रष्टाचार के मामले में 16 इंजीनियरों पर एफआईआर दर्ज किया गया था, लेकिन उनमें से 3 की मौत हो चुकी है।

13 इंजीनियर रिटायरमेंट के बाद से फरार हैं। बिहार के पटना के रहने वाले इंजीनियर रविंद्र प्रसाद सिंह, गणेश कुमार, गया में रहने वाले सीनेश्वर प्रसाद, गणेश कुमार, अरुण कुमार अजय कुमार सिन्हा दिनेश्वर तिवारी, प्रकाश विश्वकर्मा फरार हैं. बाकी की इंजीनियर रांची, रोहतास, जहानाबाद, औरंगाबाद के रहने वाले हैं।

दरअसल 2004 से 2013 के बीच पलामू के ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल विभाग में रोड और पुल निर्माण के नाम पर सरकारी राशि का गबन और दुरुपयोग हुआ था। जिसके बाद ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता ने 2013 में पलामू प्रमंडल मुख्यालय मेदिनीनगर के टाउन थाना में 16 इंजीनियरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया था।
पलामू पुलिस फरार इंजीनियरों के गिरफ्तारी के लिए बिहार के इलाके में कैंप कर रही है. दो सब इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी इंजीनियरों के घर जाकर इश्तेहार को चिपकाया है. कुर्की के लिए भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। दरअसल 2013 के बाद पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में आरोपी इंजीनियरों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है।

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