रांची । 2004 के बाद नियुक्त राज्य के लगभग सवा लाख राज्यकर्मियों ने /NMOPS/ JHAROTEF (Jharkhand officers teachers and employees federation) के आह्वान पर प्रथम “पेंशन पुनर्बहाली दिवस” मनाया।


इस अवसर पर सभी सरकारी कार्यालयों तथा विद्यालयों में कर्मचारियों ने केक काटकर तथा एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर की, वहीं पेंशन वृक्ष के नाम से अपने कार्यस्थलों पर वृक्षारोपण किया। कई कर्मचारियों ने स्थानीय स्तर पर जरूरतमंद लोगों के बीच आवश्यक सामग्रियों का भी वितरण किया।


कार्यालय अवधि के उपरांत सैकड़ो की संख्या में कर्मचारी जिला मुख्यालय में परिवार सहित एकत्रित हुए तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर OPS Restoration Day को उत्सव के रूप में मनाया गया।


प्रांतीय कमेटी के निर्णयानुसार कर्मचारियों ने Pay Back to Society थीम के तहत नेत्रदान एवं रक्तदान हेतु ग्रुप बनाकर अधिक से अधिक कर्मचारियों को सूचीबद्ध करने का निर्णय लिया।


NMOPS/ JHAROTEF के प्रदेश अध्यक्ष, विक्रांत कुमार सिंह ने कहा कि ऐसा पहली बार है कि कर्मचारी अपनी किसी मांग पूरी होने का वर्षगांठ बना रहे हैं, वास्तव में एनपीएस का दंश झेल रहे कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन, अमृत वर्षा के समान है।


वर्तमान समय में जब राजनैतिक दालों में संवेदनशीलता अपवाद है ऐसे में झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा सामाजिक सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए अपने राज्य कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन को पुनः लागू करना उनकी संवेदनशीलता का अतुलनीय उदाहरण है।


हम समस्त राज्य कर्मी श्री हेमंत सोरेन जी का आभार प्रकट करते हैं तथा हमारा परिवार भी उनके प्रति हमेशा कृतज्ञ रहेगा।

पुरानी पेंशन लागू होने से कर्मचारियों में खुशी है। वह अपने बुढ़ापे में सामाजिक सुरक्षा को लेकर अब चिंता मुक्त हो चुके हैं। इस अवसर पर कर्मचारियों ने सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर राज्य के विकास में अपना योगदान देने की प्रतिबद्धता को दोहराया।


फेडरेशन के प्रांतीय महासचिव उज्जवल कुमार तिवारी ने पुरानी पेंशन बहाली में सहयोग करने वाले वित्त, कैबिनेट एवं विभिन्न विभागों के समस्त पदाधिकारियों का आभार प्रकट किया उन्होंने कहा की सभी के सहयोग के बिना इस मांग को इतनी जल्दी पूर्ण कराया जाना संभव नहीं था।

प्रांतीय मुख्य संगठन सचिव रविंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि NMOPS / JHAROTEF ने यह साबित कर दिया कि कर्मचारी भी अपने मुद्दे को लेकर एकजुट हो सकते हैं और संगठित हो सकते हैं।

महिला प्रकोष्ठ की प्रांतीय अध्यक्षा सुधा शर्मा ने पेंशन आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी को रेखांकित किया उन्होंने कहा कि समानता किसी भी संगठन में महिलाओं की भूमिका बहुत सीमित होती है परंतु इस संगठन ने महिलाओं की भागीदारी को एक नया आयाम दिया बिना आधी आबादी के भागीदारी के इतनी बड़ी उपलब्धि संभव नहीं था।

प्रांतीय मुख्य समन्वयक पंकज कुमार सिंह ने उन सभी विभागीय संगठनों एवं महासंघों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की जिनकी नेतृत्वकर्ता स्वयं पुरानी पेंशन में रहते हुए भी पेंशन आंदोलन में पूरे मनोयोग से सहयोग एवं समर्थन किया।

प्रांतीय कोषाध्यक्ष श्री नितिन कुमार ने आंदोलन के दौरान राज्यव्यापी एवं राष्ट्रव्यापी बड़े आयोजनों में आर्थिक चुनौतियां से निपटने में सहयोग करने वाले कर्मचारी एवं संगठनों को धन्यवाद दिया।

प्रांतीय संयोजक, आनंद किशोर साहू ने आज के आयोजन के संदर्भ में कहा की अल्पकालिक सूचना के बावजूद भी इतने वृहद पैमाने पर कार्यक्रम का सफल होना संगठन में टीम भावना और आपसी संयोजन बेहतरीन उदाहरण है।

मुख्य सलाहकार, सुनील कुमार ने पुरानी पेंशन बहाली की प्रक्रिया के दौरान आर्थिक गणना कर सरकार सरकार के समक्ष डेटाबेस प्रस्तुत करने वाले अर्थशास्त्रियों एवं गणितज्ञों के प्रति आभार प्रकट किया जिनके प्रयासों से यह स्पष्ट हो सका की पुरानी पेंशन राज्य सरकार पर भार नहीं बल्कि यह एक लोक कल्याणकारी योजना है।

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