नई दिल्ली। एमबीबीएस के पाठ्यक्रम में बदलाव होने जा रहा है। नेशनल मेडिकल कमिशन ने एमबीबीएस कैलेंडर और सिलेबस में संशोधन किया है। यह संशोधन एमबीबीएस 2022-23 सत्र के लिए लागू होगा। संशोधित कार्यक्रम एनएमसी की आधिकारिक वेबसाइट nmc.org.in पर देखा जा सकता है। संशोधित शेड्यूल में उल्लेख किया गया है कि एमबीबीएस के पहले चरण के लिए शैक्षणिक कैलेंडर 15 दिसंबर 2023 तक समाप्त होगा।

इस साल एमबीबीएस के पहले चरण में कुल 1638 घंटे पढ़ाई होगी। पहला सेशन 13 महीने का होगा। एनएमसी द्वारा जारी टाइम टेबल लगभग 42 सप्ताह है। विश्वविद्यालय की परीक्षा में और परिणाम में 10 सप्ताह का वक्त लगेगा और कुल मिलाकर 3 सप्ताह की छुट्टी होगी और सार्वजनिक अवकाश 2 सप्ताह का होगा।

डार्मटोलॉजी, रेडियोलॉजी मनोचिकित्सा एनेस्थीसिया, रेस्पिरेट्री, मेडिसिन के सेशन अंतिम चरण में शिफ्ट हो गए हैं।otorhinolaryngology, ophthalmology में थयोरी के पेपर कम हो गए है। एमबीबीएस के फेज वन से ऑटोरहिनोलोरिजोलॉजी के साथ नेत्र विज्ञान की क्लीनिकल पोस्टिंग का फेज 3 पार्ट वन और पार्ट IJ में ट्रांसफर हो गया है। पैनडेमिक मॉड्यूल में नए तत्व और कामयूंटी मेडिसिन में फैमिली एडॉप्शन प्रोग्राम शामिल है।

क्लीनिकल पोस्टिंग को फिर से शेड्यूल किया गया है ताकि सीखने में आसानी हो और छात्रों को कॉमन नेशनल एग्जिट टेस्ट की शुरुआत में निपटने में मदद मिल सके। कोई सप्लीमेंट्री बैच नहीं नियमित परीक्षा के परिणाम 1 महीने के अंत तक सप्लीमेंट्री परीक्षा आयोजित की जाएगी परिणाम अंतिम परीक्षा के अंत में एक पखवाड़े के भीतर घोषित कर दिए जाएंगे।

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