झारखंड के कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई बंद…एडमिशन को लेकर अभिभावकों में मची खलबली, जानिए क्या है वजह

Intermediate studies stopped in Jharkhand colleges...Parents are in a state of panic regarding admission, know the reason

झारखंड  सरकार के नए आदेश के बाद राज्य में इंटर की पढ़ाई अब अंगीभूत कॉलेजों में नहीं होगी. ऐसे में अब पूरा भार राज्य के प्लस टू स्कूलों पर आ गया है. इस वजह से अभिभावक अपने बच्चों के एडमिशन को लेकर चिंतित हैं.

दरअसल, राज्य में वर्तमान में कुल 634 प्लस टू स्कूल हैं. पहले इनकी संख्या 510 थी, लेकिन हाल ही में 124 हाईस्कूलों को प्लस टू में अपग्रेड कर दिया गया.

नामांकन के लिए नहीं मिल रही पर्याप्त सीट

एक अनुमान के मुताबिक, औसतन हर प्लस टू स्कूल में लगभग 400 से 300 सीटें हो तो कुल सीटें 2 लाख 52 हजार के बीच बैठती हैं. जबकि इस वर्ष पास हुए विद्यार्थियों की संख्या लगभग 4 लाख है. यानी लगभग आधे से अधिक छात्रों को नामांकन के लिए पर्याप्त सीटें उपलब्ध नहीं होंगी.

11वीं में नामांकन पूरी तरह से बंद

राज्य सरकार ने उच्च न्यायालय के निर्देशों और यूजीसी (UGC) के आदेशों का हवाला देते हुए अंगीभूत कॉलेजों से इंटर की पढ़ाई चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने का निर्णय लिया है.

परिणामस्वरूप, वर्तमान सत्र से राज्य के सभी अंगीभूत कॉलेजों में 11वीं में नामांकन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. 12वीं में पहले से अध्ययनरत विद्यार्थियों को उनके घर से 5 किमी के दायरे में मौजूद सरकारी उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालयों या अनुमोदित झारखंड इंटरमीडिएट महाविद्यालयों में स्थानांतरित करने की व्यवस्था की जा रही है.

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