रांची। झारखंड में JSSC के प्रति युवाओं का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। जूनियर इंजीनियर का परीक्षा परिणाम जारी करने को लेकर युवाओं ने प्रदर्शन किया। अब बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर JSSC को नसीहत दी है कि वो युवाओं के सब्र का इम्तिहान ना ले। दरअसल 2021 में निकाली गई यह भर्ती पहले प्रश्नपत्र लीक होने की वजह से 2022 में रद्द हुआ, फिर 2022 में नियोजन नीति हाईकोर्ट द्वारा रद्द किए जाने की वजह से विज्ञापन को रद्द कर दिया गया।

JSSC ने नए सिरे से 2023 में सरकार के विभिन्न विभागों में खाली पड़े करीब 1500 पदों के लिए विज्ञापन निकाला. आयोग ने टीसीएस कंपनी के माध्यम से ऑनलाइन परीक्षा ली। एक ही परीक्षा को तीन-तीन बार लेने के बाद भी झारखंड कर्मचारी चयन आयोग अब तक सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के लिए सफल अभ्यर्थियों की सूची नहीं जारी की है। परिणाम नहीं जारी होने पर अभ्यर्थियों के गुस्से को लेकर बाबूलाल मरांडी ने सरकार और आयोग दोनों को आड़े हाथों लिया है। बाबूलाल मरांडी ने X पर लिखा है कि…. झारखंड के लाखों बेरोजगार युवा साथियों के लिए JSSC अभिशाप बन चुकी है।

उन्होंने लिखा है कि, JSSC ने जूनियर इंजीनियर (JE) की परीक्षा कुछ साल पहले ली लेकिन पेपर लीक होने की वजह से परीक्षा को रद्द करना पड़ा। दुबारा फिर से ये परीक्षा हुई पर दुर्भाग्य कि बात ये है कि अभी तक ना ही रिजल्ट जारी हो पाया, ना ही पेपर लीक करने वाले गिरोह का पता चल पाया। मुख्यमंत्री से अनुरोध है, वो जल्द से जल्द JE परीक्षा का परिणाम पारदर्शी ढंग से जारी कराएं। युवाओं के सब्र का इम्तिहान ना लें!

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